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‘एडॉप्ट अ हेरिटेज’’योजना के तहत निजी क्षेत्र के साथ 26 समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर

सरकार ने ‘एडॉप्ट अ हेरिटेज‘ परियोजना के तहत देश के धरोहर स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं रखरखाव में मदद के लिये निजी क्षेत्र के साथ 26 समझौता ज्ञापन :एमओयू: पर हस्ताक्षर किये हैं. इनमें दिल्ली के लाल किला सहित कुतुब मिनार, जंतर मंतर, अब्दुल

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Lekha Gaurkar
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‘एडॉप्ट अ हेरिटेज’’योजना के तहत निजी क्षेत्र के साथ 26 समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर

एडॉप्ट अ हेरिटेज- लाल किला( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

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सरकार ने ‘एडॉप्ट अ हेरिटेज‘ परियोजना के तहत देश के धरोहर स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं रखरखाव में मदद के लिये निजी क्षेत्र के साथ 26 समझौता ज्ञापन :एमओयू: पर हस्ताक्षर किये हैं. इनमें दिल्ली के लाल किला सहित कुतुब मिनार, जंतर मंतर, अब्दुल रहीम खान ए खाना धरोहर स्थल और दिल्ली का गोल गुंबद जैसे स्थल शामिल है. हाल ही में सम्पन्न संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यटन मंत्रालय ने ‘एडाप्ट अ हेरिटेज’ परियोजना के तहत हुए समझौता ज्ञापन की जानकारी दी थी. 

मंत्रालय द्वारा जारी समझौता ज्ञापन की सूची के अनुसार, इस परियोजना के तहत उत्तराखंड के गंगोत्री क्षेत्र मंदिर तथा जम्मू कश्मीर में स्टोक गांव से माउंट स्टोक आधार शिविर से जुड़े स्थल के लिये एडवेंचर टूर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया तथा दिल्ली का लाल किला तथा आंध्रप्रदेश के गंडीकोटा किला के संबंध में डालमिया भारत लिमिटेड के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है.

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महाराष्ट्र स्थित अजंता गुफा, दिल्ली के कुतुब मिनार, कर्नाटक के हंपी एवं हजारा राम मंदिर तथा लेह महल के लिये यात्रा आनलाइन प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया जबकि नई दिल्ली के अब्दुल रहीम खान ए खाना के संदर्भ में इंटर ग्लोब फाउंडेशन, केरल के बेकल फोर्ट पर सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिये दृष्टि फाउंडेशन के साथ समझौता हुआ है. दरअसल, केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने ‘एडॉप्ट अ हेरिटेज’ नाम से एक योजना शुरू की है. 

मंत्रालय का कहना है कि एक धरोहर को गोद लें- अपनी धरोहर अपनी पहचान’ पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एवं भारत तथा राज्य/संघ शासित सरकारों द्वारा एक सहयोगात्मक प्रयास है जिसके तहत सुविधाओं के विकास, परिचालन एवं रख-रखाव करने एवं बेहतर बनाने की जिम्मेदारी उठाने के लिए सार्वजनिक/निजी क्षेत्र कंपनियों एवं कॉरपोरेट नागरिकों/एनजीओ आदि को प्रोत्साहित करना है.

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एडाप्ट ए हेरिटेज परियोजना के तहत गुजरात के चंपानेर पावागढ़ आर्कियोलॉजिकल पार्क, पाटन स्थित रानी का बाव, मोधेरा के सूर्य मंदिर, जूनागढ़ स्थित बौद्ध गुफा के लिये अक्षर ट्रैवेल प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू किया गया। वहीं, कर्नाटक के हंपी स्थित कृष्णा मंदिर के लिये हेरिटेज होटल, पट्टाभिरामा मंदिर, हंपी के कमल महल के लिये आरेंज काउंटी रिसार्ट एंड होटल्स लिमिटेड तथा उगरा नरसिंह मंदिर एवं बादाभिलिंगा मंदिर के लिये होटल मालिगी प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता हुआ है.

मंत्रालय द्वारा जारी सूची के अनुसार, केरल स्थित बेकल किला और गोवा का अगुवाडा किला के लिये दृष्टि लाइफ सेविंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता हुआ है. इस परियोजना के तहत नौ पर्यटक स्थलों पर विविध भाषाओं में आडियो गाइड सेवा के विकास के लिये भी एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है. इनमें गुजरात के धौलावीर, सोमनाथ, दिल्ली के हुमायूं का मकबरा, लाल किला, पुराना किला के अलावा आगरा का ताज महल एवं फतेहपुर सिकरी शामिल है. इसमें तमिलनाडु का महाबलिपुरम तथा मध्यप्रदेश का खजुराहो भी शामिल है. इनके लिये रेसबर्ड टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझोता हुआ है.

Source : Bhasha

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