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मनचलों के लिए प्यार-मोहब्बत का जरिया बना पुलिस का हेल्पलाइन नंबर डायल 112

तब से फायर ब्रिगेड, पुलिस कंट्रोल रुम और एंबुलेंस सर्विस के लिए इस नंबर पर कॉल करके लोग इस सेवा का लाभ ले रहे हैं.

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yogesh bhadauriya
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मनचलों के लिए प्यार-मोहब्बत का जरिया बना पुलिस का हेल्पलाइन नंबर डायल 112

प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : New State)

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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के 11 जिलों में डायल 112 की शुरुआत करीब डेढ़ साल पहले 4 सितंबर 2018 को हुई थी. तब से फायर ब्रिगेड, पुलिस कंट्रोल रुम और एंबुलेंस सर्विस के लिए इस नंबर पर कॉल करके लोग इस सेवा का लाभ ले रहे हैं. लेकिन अब एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल सामने आई एक जानकारी के अनुसार अब कुछ मनचले इसका दुरुपयोग कर रहे हैं.

मनचले करते हैं प्यार-मोहब्बत की बातें

डॉयल 112 पर कॉल (Call) करने पर यदि कोई महिला स्टाफ कॉल रीसिव करती है तो मनचले प्यार-मोहब्बत की बातें करने लगते हैं. इतना ही नहीं यदि कोई पुरुष स्टाफ कॉल रीसिव करता है तो उनसे महिला स्टाफ से बात कराने कहते हैं.

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विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक डायल 112 में रोजाना 7 हजार 8 सौ के करीब कॉल आते हैं, इनमें से 700 से अधिक कॉल रोजाना ऐसे होते हैं, जिनमें कॉ़ल करने वाला लड़कियों और महिला कर्मचारियों से बात कराने कहता है. यदि महिला स्टाफ कॉल रीसिव करे तो उससे ​प्यार मोहब्बत की बातें करने लगता है. इतना ही नहीं कई कॉल में गाली गलौच भी की जाती है.

होती है गिरफ्तारी

डॉयल 112 के अधिकारी एडिशनल एसपी धर्मेन्द्र छवि ने बताया रोजाना करीब साढ़े 3 हजार कॉल्स ऐसे होते हैं, जिसमें कोई बात ही नहीं करता. केवल डायल करके छोड़ दिया जाता हैं. उन्होंने बताया कि रोजाना 700 ऐसे कॉल्स आते हैं, जो क्रैंक कॉल्स होते हैं. इन कॉल्स में लोग अभद्र भाषा और गंदी बातें करते हैं, लेकिन ऐसे मामलों में रिपोर्ट दर्ज कराकर आरोपियों को जेल भेजा जाता है.

गौरतलब है कि इतनी महत्वपूर्ण सेवा को लेकर लोगों की ऐसी सोच के कारण ही बहुत से जरुरतमंदों को इसका समय पर लाभ नही मिल पाता है. यही कारण है कि शरारती तत्वों के खिलाफ कुछ मामले दर्ज भी कराए गए हैं, लेकिन डेढ़ साल में भी इसकी संख्या महज 20 ही है.

Source : News State

Dial 112 chhattisgarh call 112
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