PM Janman Yojana: 15 नवंबर, 2023 को पीएम जनमन योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के जरिए विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों तक बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाना है. साथ ही इन्हें आर्थिक, सामाजिक रूप से मजबूत बनाना भी है. इसके तहत छत्तीसगढ़ सरकार लगातार काम कर रही है.
क्या है PM Janman Yojana?
इसे लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार काम कर रहे हैं और लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिए विशेष पहल भी की है. इसके लिए स्वास्थ्य टीमों को दिशा निर्देश भी दिए गए हैं ताकि लोगों का जल्द से जल्द इलाज हो सके और इलाज में देरी की वजह से किसी की भी जान ना जाए.
सीएम विष्णुदेव साय लगातार कर रहे हैं काम
इस योजना का लाभ पीवीटीजी परिवारों को पहुंचाया जा रहा है. पीवीटीजी मतलब विशेष जनजाति, जिन्हें आज भी कई मूलभुत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. उन तक सुविधाओं को पहुंचाना है. ऐसे परिवार के लिए सरकार जगह-जगह पर कैंप लगा रही है. इन परिवारों के लिए सामुदायिक सेवा केंद्र, हाट बाजार, ग्राम पंचायत, आंगनबाड़ी के जरिए कई तरह की सुविधाएं पहुंचाई जा रही है. पीवीटीजी समुदाय को इस योजना के तहत जन धन खाते, आधार कार्ड, वन अधिकार अधिनियम के तहत पट्टे भी दिए जा रहे हैं ताकि वह आर्थिक रूप से भी मजबूत हो सके.
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पीवीटीजी परिवारों तक पहुंचाया जा रहा है लाभ
बढ़ती स्वास्थ्य की समस्याओं को देखते हुए सीएम ने प्रदेश में 62 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स लगाने का निर्देश दिया है. इसके जरिए मरीज तक तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है. महज 9 महीने के अंदर इसके जरिए पीवीटीजी समुदाय के 20-22 लाख लोगों को अलग-अलग तरह की सुविधाएं दी गई है.
प्रदेश में 62 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स स्थापित
छत्तीसगढ़ में इस योजना का लाभ मुख्यरूप से कमार जनजाति के लोगों को मिल रहा है. कमार जनजाति के लोग खानाबदोश और घुमंतू प्रवृत्ति के होते हैं. यह लोग मुख्य रूप से बांस की टोकरी अन्य सामान बनाकर अपना जीवनयापन करते हैं. इस समाज में आज भी शिक्षा का आभाव है. इन्हें आगे करने और स्थिति में सुधार के लिए सरकार लगातार काम कर रही है.