Chhattisgarh News Today: छत्तीसगढ़ अब जल्द की नक्सल मुक्त होने की ओर बढ़ रहा है. गुरुवार को बस्तर के बीजापुर और कांकेर जिलों में दो मुठभेड़ हुईं. इसमें सुरक्षाबलों ने कम से कम 30 नक्सलियों को ढेर कर दिया. इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया. बताया जाता है कि बीजापुर के गंगालूर को नक्सलियों का गढ़ कहा जाता है. इस इलाके में बड़ी कार्रवाई हुई है. गंगालूर से माओवादी कमांडर दिनेश मोदियाम के आत्मसमर्पण के बाद पहली बड़ी कार्रवाई की गई है. इसमें मोदियाम के 26 पूर्व साथियों को ढेर कर दिया गया. सुरक्षाबलों ने अतिरिक्म सुरक्षा बरते हुए बीजापुर और कांकेर से करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर इस अभियान को शुरू किया था. छत्तीसगढ़ में मात्र 80 दिनों में सुरक्षाबलों ने 113 माओवादियों को ढेर कर दिया है. इनमें से 91 बीजापुर में मारे गए हैं. बीते वर्ष बस्तर डिवीजन में 287 माओवादियों को मार गिराया गया.
गृहमंत्री अमित शाह ने की तारीफ
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई पर जवानों की सराहना की है. उन्होंने कहा,'हमारे जवानों ने 'नक्सल-मुक्त भारत अभियान' की दिशा में बड़ी कामयाबी हासिल की है. बीजापुर और कांकेर में सुरक्षा बलों की ओर से दो अभियानों में कई नक्सली मार गिराए गए. मोदी सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया है. आत्मसमर्पण और पुनर्वास को लेकर विभिन्न सुविधाओं के बावजूद यह उन नक्सलियों के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की नीति को अपना रही है. अब देश 31 मार्च तक नक्सल मुक्त होने को तैयार है.'
कैसे हुई कार्रवाई
नक्सिलयों के गढ़ कहे जाने वाले गंगालूर में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलते ही अभियान शुरू किया गया. सुबह सात बजे से ऑपरेशन शुरू हुआ. यह दोपहर तक रुक-रुक कर चलता रहा. जब गोलियां शांत हुईं, तब सुरक्षाबलों को युद्ध के मैदान में 26 माओवादियों के शव मिले.