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छत्तीसगढ़ में महामारी की शक्ल ले सकता है मलेरिया, सामने आए चौकाने वाले आंकड़े

मलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सरकार के सामने आंकड़े बताते हैं कि महज चार दिन में बारह हजार से भी अधिक मलेरिया के मरीज मिले हैं.

Updated on: 31 Jan 2020, 11:33 AM

Chhattisgarh:

छत्तीसगढ़ में मलेरिया (Malaria) महामारी का रूप ले सकती है, ऐसे कहना शायद गलत नहीं होगा. मलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत सरकार के सामने आंकड़े बताते हैं कि महज चार दिन में बारह हजार से भी अधिक मलेरिया के मरीज मिले हैं. आकड़े बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में प्रतिवर्ष औसतन 35 से 40 हजार मलेरिया के मरीज मिलते हैं. मगर आपको जानकर हैरानी होगी स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे मलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत महज चार दिन में ही बारह हजार एक सौ आठ मलेरिया के मरीज मिले हैं. यह हैरान करने वाली बात हैं कि जब महज चार दिन में आंकड़े डरा रहे हैं तो फिर दो माह तक चलने वाले अभियान में कितने मरीज मिलेंगे.

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बस्तर में मलेरिया

बता दें कि क्षेत्रफल की दृष्टि से बस्तर प्रदेश का सबसे बड़ा संभाग है, जहां करीब सत्तर फीसदी भूभागों तक आज भी मिलभूत सुविधा नाम मात्र के लिए पहुंची है. ऐसे में चार दिन के आंकड़े बताने के लिए काफी है आगामी दो माह के आकड़े क्या होंगे. इन सब के बीच एक गंभीर विषय यह कि मलेरिया से ना केवल आम जन-जीवन प्रभावित हो रहा है बल्कि सुरक्षा में तैनात जवान भी इसकी ज़द में समा रहे हैं. वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक का कहना है कि शाल आश्रम, कैंप, सुरक्षा बलों के कैंप में लगातार जांच किया जा रहा है.

चिंता में डाल देंगे ये आंकड़े

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) का कहना है कि 12 हजार 108 मलेरिया के प्रकरण पॉजिटिव पाए गए हैं. चार दिन के अंदर ये प्रकरण आए हैं. उन्होंने कहा कि एपीआई पूरे देश में जहां 0.21 फीसदी है तो वहीं बस्तर में ये 40 फीसदी है. पिछले कुछ सालों में इस ओर ध्यान देना चाहिए था, लेकिन नहीं किया गया.