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आरएसएस-नक्सली तुलना पर घिरे बघेल, बीजेपी के आक्रामक रुख से गरमाई राजनीति 

कवर्धा में दो गुटों के बीच विवाद मामले में लगभग दो सप्ताह बाद भी राजनीति जारी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहा है. अब इस विवाद में विश्व हिंदू परिषद भी कूद गया है.

Updated on: 14 Oct 2021, 09:59 AM

highlights

  • बीजेपी मंत्री मोहम्मद अकबर को बर्खास्त करने की कर रही मांह
  • कबीरधाम के स्थानीय विधायक हैं मोहम्मद अकबर
  • सीएम बघेल ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से की थी

रायपुर:

कवर्धा में दो गुटों के बीच विवाद मामले में लगभग दो सप्ताह बाद भी राजनीति जारी है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप हो रहा है. अब इस विवाद में विश्व हिंदू परिषद भी कूद गया है. विश्व हिंदू परिषद ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने एकपक्षीय कार्रवाई की जिसके चलते स्थिति बिगड़ी. वहीं कवर्धा कांड में बीजेपी में मंत्री मोहम्मद अकबर को बर्खास्त करने की मांग कर रही है. बीजेपी का आरोप है कि सरकार इस पूरे मामले में एकपक्षीय कार्रवाई कर रही है और कहा है कि इस पूरे घटना के लिए भूपेश बघेल सरकार जिम्मेदार है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरएसएस की तुलना नक्सलियों से करने पर नया राग छेड़ दिया है. 

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क्या कहा सीएम भूपेश बघेल ने
भूपेल बघेल ने कहा कि जिस तरह से छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सलियों को दूसरे राज्यों में बैठे उनके वरिष्ठ नेता निर्देशित करते हैं, उसी प्रकार छत्तीसगढ़ के आरएसएस कार्यकर्ताओं को नागपुर से संचालित किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नागपुर शहर में आरएसएस का मुख्यालय है. सीएम ने कहा कि कवर्धा हिंसा की निष्पक्ष जांच होगी. छत्तीसगढ़ में आरएसएस के लोगों का 15 साल तक कोई काम नहीं हुआ. वे बंधुआ मजदूर की तरह काम करते रहे, आज इनकी नहीं चलती है. सभी नागपुर से संचालित होते हैं. जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और अन्य राज्यों में माओवादी नेता हैं और उनके कार्यकर्ता (छत्तीसगढ़ में) गोलियां चलाने और मारने का काम करते हैं वही स्थिति आरएसएस में भी है. स्थानीय आरएसएस कार्यकर्ताओं का कोई मूल्य नहीं है और सब कुछ नागपुर में केंद्रित है.  

कौन हैं मोहम्मद अकबर
छत्तीसगढ़ के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर का नाम उछालकर बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की टेंशन बढ़ा दी है. मोहम्मद अकबर छत्तीसगढ़ सरकार के प्रवक्ता भी हैं. वह मुख्यमंत्री के करीबी लोगों में उनकी गिनती होती है. बीजेपी का कहना है कि सत्ता के दबाव में प्रशासन ने कवर्धा में पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की है. एक ही धर्म विशेष के लोगों को टारगेट किया गया है. उन पर मुकदमा दर्ज कर जेल में डाला गया है. बीजेपी का सीधा आरोप मंत्री मोहम्मद अकबर पर है. बीजेपी अब राज्य में इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है. 
 
हिंदूवादी संगठनों ने की मंत्री अकबर को बर्खास्त करने की मांग
कवर्धा में भगवा ध्वज के अपमान और हिन्दुओं पर कथित अत्याचार के खिलाफ हिन्दूवादी संगठन सड़कों पर उतर आए हैं. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के आह्वान पर प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत मंगलवार को हिन्दूवादी संगठनों ने दुर्ग में पांच घंटे प्रदर्शन किया. संगठन के नेतृत्व में लोग कलेक्टोरेट जाने की भी तैयारी कर रही थी, लेकिन सुरक्षा कारणों से प्रशासन की इजाजत नहीं दी गई. लिहाजा मानस भवन व पंडित रविशंकर स्टेडियम के सामने सभा कर आक्रोश प्रकट किया गया. इस दौरान संगठन के लोगों ने घटना के दोषियों पर कार्रवाई व मंत्री मोहम्मद अकबर को बर्खास्त करने सहित सात मांगें रखी. इस दौरान अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा.