कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में बीते चार दिनों में आयकर छापों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया और इसे 'उत्पीड़क और असुरक्षित केंद्र' की कार्रवाई करार दिया है. कांग्रेस ने कहा कि संविधान को रौंदा गया, संघवाद को नष्ट किया गया और लोकतंत्र पर हमला किया गया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया, "पिछले चार दिनों में छत्तीसगढ़ राज्य में आयकर विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे गए हैं. दुर्भाग्य से, मोदी सरकार के लिए इन छापों के तरीकों और उनके समय से उनके गलत इरादे उजागर हुए हैं और पूरे देश के सामने हैं."
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल सरकार द्वारा पिछली भाजपा शासन की अनियमितताओं की जांच शुरू करने के बाद छत्तीसगढ़ में आयकर छापे मारे गए. सुरजेवाला ने कहा, "क्या यह केंद्र की भाजपा सरकार के लिए भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए की गई कार्रवाई है? क्या मोदी-शाह सरकार उस आधार को साझा कर सकती है, जिस पर छापे मारे जा रहे हैं."
यह भी पढ़ें- चपरासी ने रची साजिश, पांच सौ करोड़ की सरकारी जमीन का कराया फर्जी पट्टा
सुरजेवाला ने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि छापेमारी तब शुरू हुई है जब राज्य सरकार की आर्थिक अपराध शाखा ने भ्रष्टाचार के कथित कृत्यों की जांच शुरू की, जो पिछली भाजपा सरकार के दौरान हुए थे. जिन लोगों को निशाना बनाया गया है, उनके जरिए साफ तौर पर राज्य नेतृत्व को संदेश भेजकर लक्षित किया गया है."
कांग्रेस नेता ने याद दिलाया, "जब हम कहते हैं कि संविधान एक संघीय संविधान है, तो इसका मतलब है कि प्रांत स्वायत्त है, जिस तरह से केंद्र है. दूसरे शब्दों में, उन प्रावधानों को छोड़कर जो केंद्र को प्रांतों द्वारा पारित किसी विधान को रद्द करने की अनुमति देता है. राज्य कानून व शांति के लिए किसी भी कानून को बनाने का पूर्ण अधिकार रखते हैं."
Source : News State