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कर्जा चुकाने के लिए छात्रों से की थी 60 लाख की ठगी, अब पहुंचे सलाखों के पीछे

फिलहाल 420 का अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

Updated on: 20 Jun 2019, 06:55 AM

नई दिल्ली:

बिलासपुर के मेडिकल कॉलेज में पीजी नीट 2018 में प्रवेश दिलाने के नाम पर 60 लाख की ठगी करने वाले आरोपी बंटी-बबली (पति-पत्नी) पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. पुलिस ने आरोपियों से 15 हज़ार नगद, लैपटॉप, प्रिंटर, पासबुक, सोने चांदी के गहने सहित करीब 4 लाख का माल जब्त किया है. फिलहाल 420 का अपराध दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

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दरअसल, परसदा गांव निवासी प्रार्थी पंकज कौशिक को पीजी नीट 2018 परीक्षा परिणाम आने के बाद डर्मेटोलॉजी (चर्म रोग विशेषज्ञ) डीडीवीएल संकाय में प्रवेश दिलाने के नाम से ओस्वी कन्सटेंसी के संचालक परिमल चन्द्रशेखर कोट पल्लीवार, जिसका कार्यालय नागपुर महाराष्ट्र है, ने संपर्क किया. जिसकी बातों में आकर पंकज ने आरोपी के बताये खाते में नगद व खाता ट्रांसफर के माध्यम से 60 लाख 18 हज़ार रुपये दे दिए, लेकिन उसके बाद आरोपियों ने उसे उक्त संकाय में प्रवेश नहीं दिलाया. जिसके बाद प्रार्थी ने मामले की शिकायत पुलिस से की.

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एसपी के निर्देश पर पुलिस ने टीम बनाकर मामले में जांच शुरू किया. आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम नागपुर पहुंची, जहां आरोपी चन्द्रशेखर के ऑफिस व घर में दबिश देकर पुलिस ने चन्द्रशेखर व पत्नी रुषाली को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए रकम से गहने जेवर खरीदना व उधार चुकाना बताया. बहरहाल 420 का अपराध दर्ज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया है.

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