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दंतेवाड़ा उपचुनाव के लिए मतगणना जारी, शुरुआती रुझानों में कांग्रेस आगे

छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है. अभी तक के रुझानों में कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है.

Updated on: 27 Sep 2019, 09:40 AM

दंतेवाड़ा:

छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है. अभी तक के रुझानों में कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है. इस सीट के लिए इस महीने की 23 सितंबर को मतदान हुआ था और क्षेत्र के 60.59 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इस उपचुनाव में कुल नौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सत्ताधारी दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के मध्य है. 

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कांग्रेस ने दंतेवाड़ा सीट के लिए देवती कर्मा पर भरोसा किया है. देवती कर्मा पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी हैं. वर्ष 2013 में झीरम घाटी हमले में नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी थी. वहीं भाजपा ने विधायक रहे भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में देवती कर्मा भाजपा के भीमा मंडावी से 2172 मतों से चुनाव हार गई थी. इस चुनाव में दंतेवाड़ा सीट, बस्तर क्षेत्र की 12 विधानसभा सीटों में से एकमात्र ऐसी सीट थी जिसमें भाजपा जीती थी.

जिले के निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय के डाइट परिसर स्थित मतगणना केंद्र में सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हुई है. सबसे पहले सुबह स्ट्रांग रूम खोला गया. इस दौरान महापर्यपेक्षकऔर अभ्यर्थियों के निर्वाचन अभिकर्ता मौजूद थे. अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू की गई. इसके बाद सभी 273 मतदान केंद्रों के ईवीएम में डाले गये मतों की गणना होगी. मतगणना कुल 14 मेजों में 20 चक्रों में होगी. उन्होंने बताया कि ईवीएम से गणना पूर्ण होने के बाद कोई भी पांच मतदान केंद्रों के वीवीपैट मशीन की पर्चियों की गणना कर मिलान किया जायेगा. इन पांच मतदान केंद्रों कर वीवीपैट मशीन का चयन लाटरी पद्धति के जरिए किया जाएगा. 

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अधिकारियों ने बताया कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मतगणना स्थल पर मोबाइल, केलकुलेटर, कैमरा या अन्य कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना प्रतिबंधित है. निर्धारित प्रवेश प्राधिकार पत्र के बगैर किसी भी व्यक्ति को मतगणना स्थल पर प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा. बता दें कि छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. मंडावी जब लोकसभा चुनाव के दौरान इस वर्ष नौ अप्रैल को चुनाव प्रचार पर निकले थे तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उनके वाहन को उड़ा दिया था. विधायक मंडावी के निधन के बाद से यह सीट रिक्त है.