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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जाना लोगों से जाना लोगों का दर्द, की जनसभा

छत्तीसगढ़ में सरकारी योजनाओं की क्या स्थिति है और जनता के बीच सरकार की छवि कैसी है, इसे जानने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट -मुलाकात अभियान के जरिए एक-एक विधानसभा क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री अब तक 34 विधानसभा क्षेत्रों की जमीनी हकीकत की नब्ज टटोल चुके हैं.

Updated on: 10 Oct 2022, 03:17 PM

रायपुर:

छत्तीसगढ़ में सरकारी योजनाओं की क्या स्थिति है और जनता के बीच सरकार की छवि कैसी है, इसे जानने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट -मुलाकात अभियान के जरिए एक-एक विधानसभा क्षेत्र में पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री अब तक 34 विधानसभा क्षेत्रों की जमीनी हकीकत की नब्ज टटोल चुके हैं.

मुख्यमंत्री बघेल का प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम इसी वर्ष चार मई से शुरू हुआ है. उन्होंने इसकी शुरूआत सरगुजा संभाग से की. मुख्यमंत्री अब तक राज्य के 16 जिलों के 34 विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए पहुंच चुके हैं.

इस भेंट-मुलाकात अभियान के पीछे मुख्यमंत्री का उद्देश्य आमजन, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक-व्यापारिक संगठनों से सीधे संवाद कर शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्यवन की हकीकत को जानना और जनसमस्याओं से रूबरू होना है. वहीं मुख्यमंत्री बघेल जहां भी आमजन से भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं, वहां जनआकांक्षाओं के अनुरूप घोषणाएं भी कर रहे हैं, जिनमें शासन-प्रशासन के स्तर पर त्वरित अमल भी किया जा रहा है.

भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान विधानसभाओं में स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शासकीय प्राथमिक शालाओं, आंगनबाड़ियों, तहसील कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्रों, राशन दुकानों एवं अन्य सरकारी कार्यालयों का भी निरीक्षण कर वहां पर व्यवस्था की जानकारी ले रहे हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल आवश्यक सुधार के निर्देश एवं आवश्यक कार्रवाई भी कर रहे हैं. स्कूलों में बच्चों से भेंट-मुलाकात कर उनसे बातचीत कर स्कूल में अध्यापन एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली जा रही है. भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को लेकर प्रदेश की जनता भी उत्साहित नजर आ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें अपने मुख्यमंत्री से सीधे संवाद का मौका मिल रहा है.

मुख्यमंत्री बघेल का भेंट मुलाकात अभियान के दौरान अलग ही अंदाज देखने को मिलता है. जब भी बच्चों के बीच होते हैं तो बच्चों के साथ मस्ती करने लगते हैं और जब महिलाओं से संवाद करते हैं तो उनकी समस्याएं आर्थिक स्थिति में बदलाव पर खुलकर संवाद करते हैं.