छत्तीसगढ़ के जशपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में तब विवाद हो गया जब पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष पवन अग्रवाल को मंच से धक्का दे दिया गया और बोलने से रोक दिया गया. घटना के वक्त उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव पर बोलना शुरू कर दिया था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समर्थकों को यह बात नागवार गुजरी और पूर्व जिलाध्यक्ष अग्रवाल को धक्का देकर मंच से नीचे उतार दिया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि पहले पवन अग्रवाल को डायस से हटाया गया फिर उन्हें धक्का देते हुए मंच से उतार दिया गया.
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता संघर्ष भले ही पर्दे के पीछे चल रहा हो, लेकिन दोनों के समर्थक मौका मिलते ही खुलेआम समर्थन और विरोध पर उतर आते हैं. राज्य में कांग्रेस के अंदर दो गुट बन गया है. जो जिला स्तर तक पहुंच गया है. सरकार औऱ संगठन में दोनों के समर्थक और विरोधी मौजूद हैं.
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मंच से बेइज्जत करके उतारे गये कांग्रेस नेता पवन अग्रवाल कहते हैं कि टीएस सिंह देव ने 2.5 साल (सीएम बनने के लिए) इंतजार किया और अब भूपेश बघेल को अपनी सीट खाली करनी होगी. जब यहां कांग्रेस की सरकार नहीं थी, तब देव और बघेल ने साथ काम किया था. उन्हीं की बदौलत कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है. जब मैं यह कह रहा था तो कुनकुरी विधायक के लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया.
कांग्रेस नेता अग्रवाल ने न सिर्फ मंच से उतारने बल्कि भूपेश बघेल समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया है. छत्तीसगढ़ में सत्ता संघर्ष अभी थमा नहीं है. बल्कि अब यह विवाद सरकार के अलावा संगठन तक पहुंच गया है.
HIGHLIGHTS
- छत्तीसगढ़ में सत्ता संघर्ष अभी थमा नहीं है
- मंच से बेइज्जत करके उतारे गये कांग्रेस नेता पवन अग्रवाल
- छत्तीसगढ़ में CM भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता संघर्ष