छत्तीसगढ़ सरकार का बड़ा फैसला, मीसा बंदियों को अब नहीं मिलेगी पेंशन

सरकार ने गुरुवार को एक अध्यादेश जारी कर उस नियम को ही खत्म कर दिया, जिसके जरिए यह पेंशन दी जाती थी.

सरकार ने गुरुवार को एक अध्यादेश जारी कर उस नियम को ही खत्म कर दिया, जिसके जरिए यह पेंशन दी जाती थी.

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yogesh bhadauriya
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भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल( Photo Credit : News State)

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने एक बड़ा फैसला करते हुए मीसा बंदियों को मिलने वाली पेंशन को पूरी तरह बंद कर दिया है. सरकार ने गुरुवार को एक अध्यादेश जारी कर उस नियम को ही खत्म कर दिया, जिसके जरिए यह पेंशन दी जाती थी. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के इस फैसले को तानाशाहीपूर्ण और लोकतंत्र की हत्या करने वाला बताया. राज्य में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने वर्ष 2008 में मीसा बंदियों के लिए जयप्रकाश नारायण सम्मान निधि देने का फैसला लिया था.

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इसके तहत 15 से 25 हजार रुपये मासिक सम्मान निधि दी जाती रही है. सत्ता में हुए बदलाव के बाद कांग्रेस की सरकार ने इस निधि को बंद कर दिया. यह मामला उच्च न्यायालय गया तो वहां से सम्मान निधि देने का आदेश हुआ. दिसंबर 2019 के आदेश में भौतिक सत्यापन के बाद पेंशन देने को कहा गया था.

Source : News State

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