logo-image

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलने पहुंचे दिल्ली

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे. उनके साथ बैठक में टीएस सिंह देव व छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल हो रहे हैं.

Updated on: 24 Aug 2021, 02:12 PM

highlights

  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलने पहुंचे दिल्ली
  • बैठक में टीएस सिंह देव व छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल
  • भूपेश बघेल सीएम बदलने की बात को कर चुके हैं खारिज

रायपुर:

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे. उनके साथ बैठक में टीएस सिंह देव व छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल हो रहे हैं. यह बैठक अभी चल रही हैं. राहुल गांधी ने भूपेश बघेल से सीधे बातचीत की. ऐसे में यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का चेहरा भी बदल सकता है. वहीं कुछ लोगों को भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बने रहने पर पूरा भरोसा है. मालूम हो कि विधानसभा में मिली जीत के बाद एक तरफ मुख्यमंत्री पद के लिए भूपेश बघेल दावा कर रहे थे तो दूसरी ओर टीएस सिंहदेव चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना जाए. हालांकि उस वक्त भूपेश बघेल ने बाजी मार ली थी.

यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में CM बदलने को लेकर राहुल गांधी के साथ इन नेताओं की होगी बैठक

भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद टीएस सिंह देव के लोग अंदरखाने के हवाले से यह दावा करते रहे कि नेतृत्व यहां ढाई साल बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाएगा. ऐसे में ढाई साल हो चुके हैं और अभी तक मुख्यमंत्री नहीं बदला गया है. नेतृत्व के इस फैसले से टीएस सिंहदेव नाराज भी नजर आ रहे हैं. प्रभारी पीएल पुनिया ने टीएस सिंहदेव को मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी. सूत्रों के मुताबिक टीएस सिंहदेव ने आलाकमान को संदेश दे दिया कि वह दो महीने से ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं. ऐसे में अगर नेतृत्व अपना वादा नहीं निभाता है तो वह इस्तीफा दे सकते हैं. वहीं भूपेश बघेल सीएम बदलने की बात को खारिज कर चुके हैं. हालांकि, कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद सीएम बघेल ने बयान दिया था कि आलाकमान जो तय करेगा मैं वैसा ही करुंगा. ऐसे में अब मामला राहुल गांधी के समक्ष आ चुका है. बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अभूत्वपूर्व सफलता मिली थी. राज्य की कुल 90  सीटों में से कांग्रेस ने 68 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की थी. वहीं राज्य में बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई थी. वहीं जेसीसी को पांच सीटें और बीएसपी ने दो सीटों पर कब्जा जमाया था.