पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधायक चरणदास महंत ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है. जोगी-बसपा गठबंधन की ओर से लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह उनके प्रस्तावक बने. महंत का निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुनना तय माना जा रहा है. उनके विरोध में अभी तक किसी भी दल ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में चरणदास महंत ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन भरा नामांकन भरते समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ताम्रध्वज साहू रविंद्र चौबे शिव डहरिया उनके साथ रहे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बेहतर परंपरा का निर्वहन हो रहा है.
यह भी पढ़ेंः 25 मई 2013 की वो दुपहरी जब कांग्रेस के 35 नेताओं और कार्यकर्ताओं के खून से लाल हो गई झीरम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यपाल महोदय ने वरिष्ठ विधायक रामपुकार सीने प्रोटेम स्पीकर की शपथ ली सभी दल ने समर्थन दिया है , विपक्ष के सुझाव को सकारात्मक रूप से लेंगे. प्रदेश के विकास के लिए जो उनके सुझाव होंगे उसको लेंगे. कल सभी नवनिर्वचित विधायक शपथ लेंगे राज्यपाल महोदया का अभिभाषण होगा. हम जो जनता से वादा किया है उसको पूरा करेंगे , नक्सल सवाल पर कहा कि सबसे बात करेंगे जो वह के पीड़ित हे उनसे बात करेंगे सब वर्ग के लोगों से बात करेंगे.
यह भी पढ़ेंः ‘वंदे मातरम्’ मामले में बैकफुट पर मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार, ये लिया निर्णय
छत्तीसगढ़ के अगले विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत के जीवन में एक पेन का खासा महत्व है यह पेन उनके पिता ने उन्हें दी थी और जब भी वह नामांकन दाखिल करते हैं या मंत्री पद की शपथ लेते हैं इसी पेन से हस्ताक्षर करते हैं उनका कहना है कि यादों को संजो कर रखा है अब छत्तीसगढ़ की परंपरा को भी उसी तरह सहेजना है क्या है इस पेन का रहस्य और क्यों है यह पेन खास क्यों केंद्रीय मंत्री पद की शपथ लेने के बाद भी राष्ट्रपति से निवेदन किया था महंत ने कि मुझे अपनी पेन से हस्ताक्षर करने दीजिए
Source : News Nation Bureau