बजट में डीजल और पेट्रोल पर सेस वापस ले मोदी सरकारः भूपेश बघेल
केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करने के लिए तैयार नहीं है. वहीं राज्य सरकारों के द्वारा इस तेल पर कुछ और टैक्स लगाकर कीमतें और भी बढ़ जाती हैं जिससे पूरा बोझ आम आदमी की जेब पर जाता है.
highlights
- भूपेश बघेल का केंद्र पर निशाना
- यूनियन बजट को लेकर साधा निशाना
- डीजल-पेट्रोल पर सेस हटानेे की मांग की
रायपुर:
CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूनियन बजट में डीजल और पेट्रोल के दामों पर सेस वापसी नहीं लेने पर मोदी सरकार पर हमला बोला है. सीएम बघेल ने मोदी सरकार से पूछा है कि यूनियन बजट में सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दामों में उप करों की वापसी की मांग की है. आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेलों की कीमतें लगातार गिरती जा रही है. फिर भी केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करने के लिए तैयार नहीं है. वहीं राज्य सरकारों के द्वारा इस तेल पर कुछ और टैक्स लगाकर कीमतें और भी बढ़ जाती हैं जिससे पूरा बोझ आम आदमी की जेब पर जाता है.
आपको बता दें कि इसके पहले गुरुवार को पेट्रोल और डीजल के दामों में 1 सप्ताह बाद बढ़ोत्तरी की गई थी. इसके साथ ही एक बार फिर पेट्रोल का भाव देश की राजधानी दिल्ली में फिर एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया. दिल्ली में पेट्रोल 86.65 पैसे और डीजल 76.83 पैसे प्रति लीटर हो गया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में काफी दिनों के बाद आई तेजी के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि हुई है. पेट्रोल का भाव दिल्ली में 35 पैसे, कोलकाता में 32 पैसे, मुंबई में 34 पैसे और चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर बढ़ा है. वहीं डीजल के दाम में दिल्ली में 35 पैसे, कोलकाता में 33 पैसे, मुंबई में 37 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ था.
Cess on petrol and diesel introduced in the Union Budget should be withdrawn. It will burden the common people & cause inflation... It is not good if only the Centre receives the cess revenue: Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel pic.twitter.com/1U2zX6DFF8
— ANI (@ANI) February 7, 2021
छत्तीसगढ़ के सीएम ने नक्सलवाद मिटाने के लिए अमित शाह को लिखा पत्र
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर बस्तर अंचल में नक्सल समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. बघेल ने पत्र में लिखा है कि बस्तर अंचल में नक्सलवाद की समस्या से निपटने के लिए जरूरी है कि प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसरों का सृजन किया जाए, जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बेरोजगार युवा विवश होकर नक्सली समूहों में शामिल न हों. मुख्यमंत्री ने नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करने के लिए सुझाव दिया है. उन्होंने लिखा है कि बस्तर अंचल में लौह अयस्क प्रचुरता से उपलब्ध है.
बस्तर में हो सकता है सैकड़ों करोड़ का निवेश
यदि बस्तर में स्थापित होने वाले स्टील प्लांट्स को 30 प्रतिशत डिस्काउंट पर लौह अयस्क उपलब्ध कराया जाए, तो वहां सैकड़ों करोड़ का निवेश और हजारों की संख्या में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर निर्मित होंगे. बघेल ने लिखा है कि कठिन भौगोलिक क्षेत्रों के कारण बड़े भाग में अभी तक ग्रिड की बिजली नहीं पहुंच पाई है सौर ऊर्जा संयंत्रों की बड़ी संख्या में स्थापना से ही आमजन की ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति तथा उनका आर्थिक विकास संभव है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य