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चुनाव से पहले ही BJP ने काग्रेस के सामने खड़े किए हाथ, लिया ये फैसला

जानकारी के अनुसार बीजेपी के आला नेता दो दिन तक दिल्ली में थे. इस दौरान राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा के बाद यह तय किया गया कि राज्यसभा में उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा.

Updated on: 09 Mar 2020, 01:02 PM

छत्तीसगढ़:

छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की दो सीट के लिए हो रहे चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार नहीं उतारेगी. दिल्ली प्रवास से लौटे नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने साफ किया कि संख्या बल में बीजेपी कमजोर है. ऐसे में पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. जानकारी के अनुसार बीजेपी के आला नेता दो दिन तक दिल्ली में थे. इस दौरान राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा के बाद यह तय किया गया कि राज्यसभा में उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक ली थी. इस बैठक में राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय और प्रदेश प्रभारी डॉ अनिल जैन शामिल हुए.

बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि संख्या बल को देखते हुए उम्मीदवार उतारा जाएगा. छत्तीसगढ़ में बीजेपी के 14 और कांग्रेस के 69 विधायक हैं. राज्यसभा में मोतीलाल वोरा और रणविजय सिंह जूदेव का कार्यकाल पूरा हो रहा है.

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ऐसे में बीजेपी एक सीट पर भी जीत दर्ज करने की स्थिति में नहीं है. विपक्षी दल बसपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को साथ लाने पर भी जीत का समीकरण नहीं बन पा रहा है. पहले चर्चा थी कि संयुक्त विपक्ष की ओर से उम्मीदवार उतारा जाएगा, लेकिन बीजेपी के पीछे जाने के बाद यह संभावना भी खत्म हो गई है.

जल्द होगी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर भी पार्टी के आला नेताओं से चर्चा हुई है. केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश के नेताओं को निर्देश दिया है कि आपसी सहमति के पर एक नाम तय किया जाए. दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से प्रदेश अध्यक्ष के चयन पर कौशिक ने कहा कि पार्टी जल्द फैसला करेगी. बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सांसद संतोष पांडेय, विष्णुदेव साय और रामविचार नेताम का नाम है.