बिहार की राजधानी पटना (Patna) में मुख्यमंत्री आवास के बाहर एक युवक ने आत्मदाह करने की कोशिश की है. युवक ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क लिया और फिर खुद को आग लगा ली. हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए समय रहते उसको पकड़ लिया और आत्मदाह करने से रोक लिया. इस घटना में युवक का हाथ, पैर और पेट झुलस गया है. युवक की पहचान हाजीपुर के रहने वाले अभिजीत शर्मा के रूप में हुई है. फिलहाल पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है.
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आत्मदाह की कोशिश करने वाले युवक अभिजीत ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसका आरोप है कि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में डेंगू के इलाज में कोताही बरती जा रही है. अभिजीत की मौसी की प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उसके अनुसार, पीएमसीएच में बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण उसे प्राईवेट हॉस्पीटल में जाना पड़ा और वहां भी उचित इलाज नहीं मिल पाया.
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बताया जा रहा है कि मौसी की मौत के युवक ने पीएमसीएच प्रबन्धन को जिम्मेवार ठहराया. जिसके बाद वह पीएमसीएच के डॉक्टरों, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री पर केस दर्ज करवाने के लिए पीरबहोर थाने पहुंचा था. आरोप है कि यहां पीरबहोर थानाध्यक्ष ने केस दर्ज करने से यह करते हुए मना कर दिया था कि जिस क्षेत्र में मच्छर काटा है, वहीं इलाज होगा. हालांकि मीडिया की दखलअंदाजी के बाद पीरबहोर थाना में युवक की शिकायत दर्ज की गई. बाद में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया गया. जिससे हताश होकर युवक ने आत्मदाह करने जैसा कदम उठाया.
Source : News Nation Bureau