जिले के सुदूरवर्ती डुमरिया प्रखंड में पिछले 5 नवंबर को अमानवीय घटना उग्र भीड़ के द्वारा कारित की गयी थी. यहां के पचमह गांव में उग्र भीड़ द्वारा एक महिला रीता देवी के घर पर हमला किया गया था. उक्त महिला को डायन होने के आरोप में उग्र भीड़ द्वारा बेरहमी से पिटाई कर अधमरा कर दिया गया और फिर जिंदा जलाकर मार दिया गया था. इस घटना से पहले गांव में मीटिंग भी हुई थी, जिसमें स्थानीय मुखिया, सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे. दूसरे जगह से एक ओझा को बुलाया गया था, जिसने रीता देवी को डायन करार दिया था. जिसके बाद यह अमानवीय घटना को अंजाम दिया गया. इसे लेकर गया के सीनियर एसपी हरप्रीत कौर पीड़ित परिवार से मिलने पहुची. उनके द्वारा मृतका के पति, बेटे, सास समेत अन्य परिजनों का बयान रिकॉर्ड किया गया.
इस मौके पर एसएसपी ने बताया कि इस तरह के अमानवीय घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कुल 68 अभियुक्तों में से 14 को गिरफ्तार कर लिया गया है व अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. जो भी इस घटना में शामिल होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग के साथ सुरक्षा भी दी जा रही है. पीड़ित को सरकार से मिलने वाली हर मुआवजा उपलब्ध कराई जा रही है. पीड़ित परिवार द्वारा बताया गया है कि घटना से पहले उसी दिन गांव में मीटिंग बुलाई गई थी. उस मीटिंग में शामिल जनप्रतिनिधियों की भूमिका की भी जांच हो रही है. इस तरह की अमानवीय घटना को अंजाम देने वाले किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे, उनकी अविलंब गिरफ्तारी की जाएगी. इसके लिए लगातार छापेमारी चल रही है, मैं क्षेत्र के लोगों से भी अपील करती हूं कि किसी तरह के अंधविश्वास में ना आये.
Source : News State Bihar Jharkhand