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कौन है शिवचंद्र राम, जिन पर लालू यादव को जगदानंद सिंह से भी ज्यादा भरोसा

कहा जा रहा है कि पार्टी का दलित चेहरा शिवचंद्र राम नए प्रदेश अध्यक्ष हो सकते हैं. लालू यादव आज सिंगापुर के लिए रवाना हो चुके हैं. जहां उनका इलाज होगा लेकिन ये कहा जा रहा है कि जाने से पहले उन्होंने इस बात का फैसला कर दिया है .

Updated on: 12 Oct 2022, 06:36 PM

Patna:

आरजेडी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इस पर सभी की नजरे टिकी हुई है. हालांकि ये कहा जा रहा है कि पार्टी का दलित चेहरा शिवचंद्र राम नए प्रदेश अध्यक्ष हो सकते हैं. लालू यादव आज सिंगापुर के लिए रवाना हो चुके हैं. जहां उनका इलाज होगा लेकिन ये कहा जा रहा है कि जाने से पहले उन्होंने इस बात का फैसला कर दिया है कि नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा. जगदानंद सिंह के इस्तीफे के बाद से ही आरजेडी पार्टी में टूट होते दिख रही है. हालांकि पार्टी ने जगदानंद सिंह को ज्यादा भाव नहीं दिया लेकिन वो लालू यादव के काफी करीबी माने जाते हैं. कहा जाता है वो पार्टी में सबसे विश्वासी व्यक्ति थे.

अब सोचने वाली बात ये है की आखिर लालू यादव ने क्यों शिवचंद्र राम पर भरोसा जताया है. क्या वो पार्टी को वैसे ही संभाल पाएंगे जैसे जगदानंद सिंह ने संभाला था कहते उन्होंने पार्टी को जोड़ कर रखा था जब लालू यादव जेल में थे. हालांकि, कई नामों पर चर्चा चल रही है. इनमें शिवचंद्र राम का नाम सबसे आगे है.

सिंगापुर जाने से पहले लालू यादव ने शिवचंद्र राम से की मुलाकात 

किडनी के इलाज के लिए सिंगापुर जाने से पहले आरजेडी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शिवचंद्र राम को दिल्ली तलब किया. सांसद मीसा भारती के आवास पर दोनों की मुलाकात हुई. दोनों के बीच काफी देर तक बात हुई. सूत्रों के मुताबिक लालू यादव ने शिवचंद्र राम को पार्टी चलाने के लिए कई आवश्यक बातें बताई. बाद में इसका फोटो शेयर किया गया.

सिंगापुर से लौटने के बाद लालू करेंगे आधिकारिक घोषणा 

लालू प्रसाद यादव ने शिवचंद्र राम को बिहार में पार्टी की कमान सौंपने का फैसला कर लिया है. सिंगापुर से लौटने के बाद लालू इसकी आधिकारिक घोषणा करेंगे. शिवचंद्र राम इस वजह से अचानक सुर्खियों में आ गए हैं.

कौन है शिवचंद्र राम

वैशाली जिले के राजापाकर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. 2015 में  महागठबंधन के सरकार बनी तो उन्हें कला संस्कृति और खेल मंत्री बनाया गया. 2017 में बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद नीतीश कुमार की नई सरकार बनी और शिवचंद्र राम को मंत्री पद से हटना पड़ा. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में शिवचंद्र राम को हार का सामना करना पड़ा. कहा जा रहा है कि पार्टी में उनकी पकड़ बहुत मजबूत है. एक वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनका नाम सबसे आगे है.

कहा तक की है पढाई 

49 वर्षीय शिवचंद्र राम ने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाी की है. उनपर 3 क्रिमिनल केस चल रहा है. उनके पास करीब एक करोड़ 90 लाख की संपत्ति है. उन्होंने 2019 में हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था.

तेजस्वी के हैं बेहद करीबी

दलित समाज से आने वाले शिवचंद्र राम डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बेहद करीबी हैं. लालू परिवार के भरोसेमंद होने के कारण उनको पार्टी में कई बड़ी जिम्मेदारी मिलती रही है. युवा होने के नाते वह तेजस्वी की कोर टीम के भी हिस्सा रहे है. माना जा रहा है कि दलित समाज के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर लालू और तेजस्वी दलित समाज के बीच संदेश देना चाहते हैं.