Tejashwi Yadav Targeted Nitish Government: बिहार में हाल ही में अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से सरकार पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने 27 जुलाई को अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से प्रदेश में बढ़ते अपराधों पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की. इस बार उन्होंने पूर्णिया में ज्वेलरी शोरूम से हुई लूट पर तीखा तंज कसा.
तेजस्वी यादव का बयान
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने अपनेसोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा, ''पूर्णिया में ज्वेलरी शोरूम से सरकारी लुटेरों ने 20 मिनट में 20 करोड़ लूट लिए। सीतामढ़ी के पुपरी में पुलिस की वर्दी में पुलिस के गुंडों ने फ़ुरकान शेख को अकारण इतना पीटा कि उसकी पेट की आंत बाहर आ गई. नीतीश सरकार और उनकी भ्रष्ट पुलिस लुटेरों, अपराधियों, शराब माफिया और गुंडों को संरक्षण देती है और निर्दोष लोगों की हत्या करती है.''
पूर्णिया में ज्वेलरी शो-रूम में लूट
वहीं 26 जुलाई को पूर्णिया के तनिष्क शो-रूम में दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी. इस घटना को चार हथियारबंद लुटेरों ने अंजाम दिया. लुटेरों ने विशेष रूप से हीरे की लूट की. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और लुटेरों को पकड़वाने पर 3 लाख का इनाम घोषित किया है. यह लूट उस समय हुई जब पूर्णिया के लाइन बाजार स्थित तनिष्क में 10 दिनों से हीरे का एग्जीबिशन चल रहा था.
प्रदेश में अपराध की बढ़ती घटनाएं
आपको बता दें कि बिहार में इन दिनों अपराध की घटनाओं में वृद्धि हो रही है. लगभग हर जिले में लूट, हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. विपक्षी दल इन घटनाओं को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं. विपक्ष ने अपराध की इस बढ़ती दर को बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना लिया है. मानसून सत्र के दौरान भी विधानसभा के अंदर और बाहर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ.
सरकार पर विपक्ष का दबाव
वहीं तेजस्वी यादव ने अपने बयान में नीतीश सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस अपराधियों को संरक्षण देती हैं और निर्दोष लोगों पर अत्याचार करती हैं. तेजस्वी यादव का मानना है कि सरकार की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार के कारण प्रदेश में अपराधियों का बोलबाला है.
पुलिस की नाकामी
इसके अलावा आपको बता दें कि पूर्णिया की लूट की घटना में पुलिस अभी तक लुटेरों को पकड़ने में नाकाम रही है. इस घटना ने पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना दिया है और लोग पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं. पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं और मामले की जांच जारी है.