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खत्म हुआ वर्षों का इंतजार, बिहार के इस इलाके में पहुंची 9 साल बाद ट्रेन

बिहार के सुपौल जिले के प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर बीते 9 वर्षों के बाद सोमवार को बड़ी रेल लाइन का पहला ट्रायल इंजन पहुंचा. जिसके बाद वहां के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई.

Updated on: 12 Jan 2021, 04:07 PM

पटना :

बिहार के सुपौल जिले के प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर बीते 9 वर्षों के बाद सोमवार को बड़ी रेल लाइन का पहला ट्रायल इंजन पहुंचा. जिसके बाद वहां के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई. बता दें कि यहां के लोग बीते 9 वर्षों से इसका इंतजार कर रहे थे. लोगों ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. बता दें कि पीएम मोदी ने कुछ ही महीने पहले कोसी नदी पर बने रेल महासेतु पर ट्रेन परिचालन को हरी झंडी दिखाई थी.

पिछले वर्ष सहरसा से सरायगढ़-आसन्नपुर और राघोपुर तक बड़ी रेल लाइन की ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है. इसके बाद से ही लोग इस लाइन पर भी ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे थे. लोगों का इंतजार 9 वर्षों के बाद 11 जनवरी 2021 को दोपहर 1.30 मिनट पर खत्म हुआ जब सहरसा से ट्रायल इंजन प्रतापगंज स्टेशन पहुंचा.

इस मामले में रेलवे अधिकारी ने बताया कि मार्च-अप्रैल तक ललित ग्राम तक अमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर ट्रेनों का परिचालन होना संभव है. ललित ग्राम से फारबिसगंज के बीच भी अमान परिवर्तन का कार्य तेजी से किया जा रहा है. बता दें कि 18 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुपौल स्टेशन से आसनपुर कुसहा के लिए पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इस रूट पर ट्रेन चलने से पूरे मिथिला क्षेत्र में खुशी का माहौल है. इस रूट पर ट्रेन चलने से सुपौल सीधे तौर पर दरभंगा से जुड़ जाएगा.