राज्य में यूं तो सरकारी अधिकारीयों के अजब गजब कारनामे आय दिन सामने आते रहते हैं, लेकिन समस्तीपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसे आप भी हैरान हो जाएंगे कि आखिर किसी से भी इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है. जब आप अपनी गाड़ी लेकर निकलते हैं तो आपकी कभी ना कभी तो चलान जरूरी कटी होगी. कार चलाने वालों की सीट बेल्ट ना पहने पर चलान कट जाती है. मगर समस्तीपुर जिले में एक स्कूटी सवार की सीट बेल्ट ना लगाने के लिए चलान काट ली गई है. सुनने में आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा कि कोई भी पुलिसकर्मी ऐसा कैसे कर सकता है, लेकिन कुछ ऐसा ही हुआ है.
1 हजार रुपये का भेजा गया चलान
दरअसल, ये पूरा मामला समस्तीपुर जिले का है. 2020 में जब वो स्कूटी से निकले थे तो सीट बेल्ट नहीं पहने के लिए उनका चलान काट लिया गया था. जिसकी जानकारी उन्हें अब हुई है. क्योंकि 3 साल बाद उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए चलान भेजा गया है. जिसे देख वो भी हैरान हो गए. उन्हें 1 हजार रुपये का चलान भेजा गया है. जिसके बाद अब वो परिवहन विभाग के अधिकारियों से फरियाद लगा रहे हैं.
तीन साल बाद परिवहन विभाग की टूटी नींद
मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के उदापट्टी गांव के रहने वाले कृष्ण कुमार झा नाम के व्यक्ति के साथ ये घटना हुई है. 27 अप्रैल को उनके मोबाइल में ये चलान आया है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो ये है कि तीन साल बाद परिवहन विभाग की नींद टूटी है. इस मामले के सामने आने के बाद परिवहन विभाग की फजीहत हो गई है. वहीं, इस मामले में जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा कि उन्हें अब मामले की जानकारी मिली है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इस मामले ने बता दिया है कि बिहार में अधिकारीयों की लापरवाही नहीं थमने वाली है.
HIGHLIGHTS
- स्कूटी सवार की सीट बेल्ट ना लगाने के लिए काट ली गई चलान
- 3 साल बाद मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेजा गया चलान
- 1 हजार रुपये का भेजा गया चलान
Source : News State Bihar Jharkhand