Farmers In Buxar: बक्सर मामले में विजय सिन्हा का सरकार पर हमला, कहा- 'सुशासन नहीं गुंडाराज है'
बक्सर में किसानों के घर में आधी रात घुसकर पुलिस ने बर्बरता की है. घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं.
highlights
- बक्सर में किसानों पर पुलिस की बर्बरता
- विजय सिन्हा ने सरकार पर बोला हमला
- सरकार से की माफी की मांग
Buxar:
Farmers In Buxar: बक्सर में किसानों के घर में आधी रात घुसकर पुलिस ने बर्बरता की है. घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं. मामला मुफस्सिल थाना इलाके का है. इस दौरान पुलिस ने चार किसानों को गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले पर राजनीति सियासत गर्म हो चुकी है. बक्सर में पुलिस टीम पर लोगों का गुस्सा फूटा. भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला किया. गाड़ियों में भी आग लगाई गई. वहीं भाजपा नेता विजय सिन्हा ने किसानों के साथ हुए इस घटना की निंदा करते हुए राज्य सरकार पर हमला किया है.
यह भी पढ़ें- शराबबंदी वाले बिहार का हाल, समस्तीपुर कलेक्ट्रेट परिसर में मिली शराब की बोतलें
विजय सिन्हा ने सरकार पर बोला हमला
वहीं बक्सर की घटना पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सरकार से माफी मांगने और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की. किसानों का इस राज्य में दमन हो रहा है. कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर किसानों की हकमारी हो रही है. ये सुशासन का राज नहीं, बल्कि गुंडाराज है. मुख्यमंत्री के नियत में खोट है. बड़े भाई छोटे भाई मिलकर बिहार को जंगलराज बना चुके हैं. अपराधियों और भ्रष्टाचारियों की जमात है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी समाधान यात्रा के बजाय भ्रष्टाचार की समीक्षा कीजिये. जनादेश एनडीए को सुशासन बनाने का था, कुशासन बनाने का नहीं मिला था.
भूमि अधिग्रहण मामले को लेकर 85 दिन से धरने पर बैठे किसान
मंगलवार थर्मल पावर के मेन गेट पर जड़ा ताला
थर्मल पावर के मेन गेट के पास धरने पर बैठे किसान
पुलिस और अधिकारी पूरे दिन 2KM दूर थे तैनात
रात के 11 बजे बनारपुर गांव के किसानों पर पुलिस ने की लाठी चार्ज))
किसानों की मांग क्या है?
2010-11 से पहले ही भूमि अधिग्रहण किया गया था
2010-11 के अनुसार किसानों को मुआवजे का भुगतान किया गया था
2022 में कंपनी ने किसानों की जमीन अधिग्रहण करने की कार्रवाई शुरू की
किसान वर्तमान दर के हिसाब से अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का मांग रहे हैं मुआवजा
किसान 2 महीने से कर रहे हैं आंदोलन
क्या है पूरा मामला
बता दें कि पुलिस ने किसानों के साथ बर्बरता की जिसे लेकर लगातार विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर हो रही है. मुफस्सिल थाने के थानेदार अमित कुमार के मुताबिक एसजेवीएन कंपनी ने किसानों पर एफआईआर दर्ज करवाया है. इसी को लेकर पुलिस जब रात में पकड़ने गई, तो पहले किसानों ने ने हमला किया. जिसके बाद पुलिस ने लाठी बरसाई. हालांकि पुलिस की बर्बरता का यह पूरा मामला सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया. फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि पुलिस किसान के घर के बाहर पहले से खड़े थे और दरवाजा बंद है. हालांकि पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं थी कि ग्रामीण इलाके में भी सीसीटीवी लगे होंगे.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी