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नागरिकता कानून के खिलाफ पटना में भी बवाल, उग्र भीड़ ने पुलिस पोस्ट फूंके

राजधानी पटना में रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के विरोध में जमकर हंगामा बरपा.

Updated on: 16 Dec 2019, 07:02 AM

पटना:

बिहार की राजधानी में रविवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के विरोध में जमकर हंगामा बरपा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कारगिल चौक पर स्थित पुलिस पोस्ट में आग लगा दी. बाद में बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने हालात को काबू में किया. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि रविवार को एनआरसी और सीएए के विरोध में निकाला गया जुलूस अशोक राजपथ से कारगिल चौक की ओर जा रहा था, उसी दौरान कारगिल चौक पर पुलिस द्वारा रोके जाने पर भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि इस दौरान उग्र भीड़ ने पुलिस पोस्ट में आग लगा दी और वहां खड़े वाहनों में भी आग लगा दी, जिनमें मीडियाकर्मियों के चार वाहन भी शामिल थे.

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डीएम ने आगे कहा कि उपद्रवियों द्वारा वहां खड़े एक वज्र वाहन में तोड़-फोड़ की गई. उग्र भीड़ के द्वारा पथराव किए जाने से लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मियों को चोट पहुंची है. कुमार रवि ने बताया कि पुलिस द्वारा उग्र भीड़ पर काबू पाने के लिए तीन राउंड आंसूगैस के गोले छोड़े गए तथा अतिरिक्त पुलिस बल के माध्यम से भीड़ को तितर-बितर किया गया. 

घटनास्थल पर जिलाधिकारी रवि, वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मालिक, नगर पुलिस अधीक्षक (मध्य) तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर हालात काबू में आए. जिलाधिकारी ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की है. बिना अनुमति के जुलूस निकालने, सरकारी संपत्ति को नष्ट करने तथा पब्लिक वाहनों में आग लगाने के आरोप में गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने की खबर है. उपद्रवियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है.

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नागरिकता कानून पर देश के कई हिस्से में हिंसा हो रही है. देश के राजधानी दिल्ली में भी रविवार शाम से शुरू हुआ बवाल देर रात चल रहा. जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बाहर जमकर हंगामा और आगजनी हुई. करीब हजार प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी बस पर पथराव किया, कई बसों में आग लगा दी. दुकानों के बार और सड़कों पर खड़ी कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस ने भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए. इस बीच पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई, जिसमें 50 से अधिक छात्र और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. दिल्ली में हिंसा के बाद पुलिस की सलाह पर डीएमआरसी ने 15 से अधिक मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया. दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बाद उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी रविवार की रात हिंसा भड़क गई. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में छात्र यहां प्रदर्शन कर रहे थे.