बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी से नाराज चल रहे केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा सोमवार को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि कुशवाहा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से फोन पर बातचीत की है. उधर, RLSP अध्यक्ष नागमणि और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के बीच मुलाकात हुई है. बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग में उपेक्षा की बात कहते हुए उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कुछ महीनों से अटकलें लगाई जा रही थीं. पिछले दिनों बिहार के मोतिहारी और नवादा जिले में सभा कर उपेंद्र कुशवाहा ने तेवर दिखाए थे. उपेंद्र कुशवाहा ने ऐलान किया है कि सोमवार को संसद सत्र के लिए बुलाई गई एनडीए (NDA) की बैठक में वे शामिल नहीं होंगे.
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महागठबंधन छोड़कर नीतीश कुमार के NDA में आने के बाद से ही उपेंद्र कुशवाहा असहज हैं. उनकी दिक्कत तब और बढ़ गई, जब नीतीश कुमार को उन पर वरीयता मिल गई. उनकी टीस यह है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोधस्वरूप NDA छोड़कर गए थे, लेकिन वापस आने पर भी उनको वहीं तवज्जो मिल रही है, जो पहले मिलती थी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के नीतीश कुमार की मुलाकात में सीटों का बंटवारा हो जाने के बाद उनके तेवर और चढ़ गए. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को वे हमेशा निशाने पर लेते रहे हैं. वहीं काफी दिनों से वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय मांग रहे थे. अब तक उन्हें समय नहीं मिला, जिससे वे काफी आहत बताए जा रहे हैं.
पहले RJD ने डाले डोरे, फिर की आलोचना
राजद नेता तेजस्वी यादव ने (@yadavtejaswi) उपेंद्र कुशवाहा की अरवल गेस्ट हाउस में मुलाकात हुई थी, हालांकि उपेंद्र कुशवाहा ने इसे संयोगवश मुलाकात करार दिया था. काफी दिन बाद भी उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए नहीं छोड़ा तो राजद नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा पर तंज कसना शुरू कर दिया. राजद नेताओं का कहना था कि उपेंद्र कुशवाहा एनडीए और मंत्री पद छोड़ने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau