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सीतामढ़ी में हुई अनोखी शादी, समाज के लिए बना संदेश

सीतामढ़ी जिले में दहेज प्रथा को खत्म करने को लेकर स्थानीय एक शक्श के द्वारा अनोखी पहल की गई. उसने अपनी बेटी की शादी ना सिर्फ दहेज मुक्त तरीके से किया बल्कि समाज के लोगो को दहेज प्रथा के खिलाफ भी एक बेहतर संदेश देने की कोशिश की.

Updated on: 07 Nov 2022, 12:49 PM

highlights

. पिता ने की अपनी बेटी की अनोखी शादी 
. दहेज प्रथा खत्म करने की पहल
. लोगों से दिलाई गई शपथ 

Sitamarhi:

हमारे देश में दहेज प्रथा के नाम पर ना जाने कितनी बेटियां हर रोज भेट चढ़ती हैं. सरकार के तरफ से कितनी योजना बनाई गई है. ताकि बेटियों को इस प्रथा से बचाया जा सके लेकिन फिर भी बेटियां हर रोज बलि चढ़ती हैं. बिहार के सीतमढ़ी में एक पिता ने अपनी बेटी की ऐसी शादी की है जो पुरे समाज के लिए एक सीख बन गया है. समाज को दहेज मुक्त बनाने के लिए उन्होंने अपनी बेटी की शादी के जरिए संदेश दिया है. 

दहेज प्रथा को खत्म करने की अनोखी पहल

सीतामढ़ी जिले में दहेज प्रथा को खत्म करने को लेकर स्थानीय एक शक्श के द्वारा अनोखी पहल की गई. उसने अपनी बेटी की शादी ना सिर्फ दहेज मुक्त तरीके से किया बल्कि समाज के लोगो को दहेज प्रथा के खिलाफ भी एक बेहतर संदेश देने की कोशिश की. सीतामढ़ी शहर से सटे मेहसौल गांव स्थित मोहम्मद मुर्तुजा के द्वारा इस अभियान को एक नई रंग देने की कोशिश की गई है. 

शादी दहेज मुक्त समाज की दिलाई गई शपथ

शादी समारोह में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति से कोई उपहार तक स्वीकार नहीं किया गया और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे वाले पोस्टर और बैनर जगह जगह लगाए गए हैं. यही नहीं शादी समारोह में आने वाले लोगों से भी इस बात की शपथ दिलाई गई की वे अपनी बेटियों की शादी दहेज मुक्त तरीके से करेंगे.

अनोखी शादी की चर्चा चारो तरफ

बता दें कि,  मो मुर्तुजा ने अपनी बेटी लाडली खातून का निकाह सीतामढ़ी के ही सुरसंड के रहने वाले तौकीर अनवर के साथ किया है. तौकीर मुंबई में निजी कंपनी में अच्छी सेलरी पर काम करता है. सीतामढ़ी के इस अनोखी शादी की चर्चा चारो तरफ है. इस तरीके से की गई शादी ने समाज में भी बेहतर संदेश देने का काम किया है.

इनपुट - आनंद बिहारी सिंह