भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्कूलों में गीता का श्लोक पढ़ाने और मंदिर बनाने की मांग की है. गिरिराज सिंह ने कहा कि आज जरूरत है कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक सिखाया जाए और स्कूलों में मंदिर बनाया जाए, क्योंकि ईसाई स्कूलों में बच्चे पढ़ लिख कर डीएम, एसपी और इंजीनियर तो बन जाता है, लेकिन वही बच्चे जब विदेश जाते हैं तो 10 में से अधिकतर बच्चे गौमांस का भक्षण करते हैं, क्योंकि उन्हें वह संस्कार ही नहीं मिल पाता है. इसलिए जरूरी है कि बच्चों को बचपन से ही स्कूलों में गीता का श्लोक और हनुमान चालीसा पढ़ाया जाए.
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दरअसल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बुधवार को बिहार के बेगूसराय में लोहिया नगर में भागवत कथा के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे. यहां समारोह को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने विरोधियों पर निशाना साधा और लोगों से यह अपील की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में अगर वह गीता का श्लोक हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कहेंगे तो लोग कहेंगे भगवा एजेंडा लागू किया जा रहा है, इसलिए इसकी शुरुआत प्राइवेट स्कूल से होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में कट्टरता का कोई भी स्थान नहीं है. सिंह ने कहा कि हम देश की संस्कृति को बचाएंगे, तभी भारत बचेगा.
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उन्होंने एक बार फिर विरोधियों पर बिना नाम लिए जमकर हमला बोला. गिरिराज सिंह ने कहा कि आज धर्म और सनातन है, इसलिए लोकतंत्र जिंदा हैं. लोग हमें कट्टरपंथी कहते हैं, हम कहां से कट्टरपंथी बन पाएंगे, क्योंकि हमें पूर्वजों और धर्म ने सिखाया कि चीटियों को गुड़ खिलाने से और पेड़ में पानी देने से फल मिलता है. इतना ही नहीं हम आस्तीन के सांप को भी नाग पंचमी के दूध पिलाते हैं, लेकिन वही सांप आज रोज गालियां दे रहे हैं और रोज डस रहे हैं.
Source : News Nation Bureau