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बिहार राजनीति में फिर उबाल, नल जल योजना 'नल धन योजना' बनी

तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब थक चुके हैं, वे क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता करने को तैयार हैं.

Updated on: 24 Sep 2021, 11:39 AM

highlights

  • तेजस्वी का कटाक्ष राज्य की नल जल योजना 'नल धन योजना' बनी
  • उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के रिश्तेदारों को टेंडर देने का आरोप
  • जिन कंपनियों को ठेका दिया गया है, उन्हें कोई अनुभव नहीं

पटना:

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सात निश्चय के तहत चलाई जा रही 'हर घर नल का जल' योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि कटिहार में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के रिश्तेदारों को टेंडर दिया गया है. इधर, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इन आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा कि विपक्ष का अनर्गल प्रलाप है. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब थक चुके हैं, वे क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता करने को तैयार हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य की नल जल योजना 'नल धन योजना' बन गई है.

पटना में तेजस्वी यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नल जल योजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि राजद के कटिहार के नेता राम प्रकाश महतो ने इसकी जानकारी अगस्त 2020 में ही दी थी. उसके बाद मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर भी उन्होंने योजना में गड़बड़ी की शिकायत की थी. उल्लेखनीय है कि नल जल योजना में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के साले, बहू व रिश्तेदारों को करीब 53 करोड़ रुपये का ठेका दिए जाने का आरोप लगाया गया है.

तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सिर्फ तारकिशोर प्रसाद ही नहीं कई जदयू और भाजपा के कई नेताओं और उनके संबंधियों को नल जल योजना के तहत लाभ पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि जिन कंपनियों को इस योजना के तहत कटिहार में ठेका दिया गया है उसके पते पर कंपनी का कोई साइन बोर्ड तक नहीं है. उन्होंने नियम का हवाला देते हुए कहा कि ठेका उन्हीं को मिलता है जिन्हें सरकारी कार्य का अनुभव होता है कि लेकिन कटिहार में उपमुख्यमंत्री के रिश्तेदारों की जिन कंपनियों को ठेका दिया गया है, उन्हें कोई अनुभव नहीं है.

बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इन आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि सात निश्चय के तहत क्रियान्वित 'हर घर नल का जल' बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रत्येक घरों में नल से पेयजल की आपूर्ति करनी है. उन्होंने कहा कि स्कीम की सफलता से घबराहट में विपक्ष अनर्गल प्रलाप कर रहा है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपों में दीपकिरण इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड एवं जीवनश्री इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड का जिक्र किया गया है, उन प्रतिष्ठानों अथवा कंपनियों में मेरे परिवार या ससुराल के कोई सदस्य शामिल नहीं है.

उन्होने कहा कि कटिहार जिला के क्रियान्वित लगभग 2800 स्कीमों में से भवाड़ा पंचायत के 4 वाडरें में सिर्फ चार स्कीम का कार्य मेरे परिवार की पूजा कुमारी द्वारा किया गया है, जिसका ठेका सरकार की मार्गनिर्देशिका के अनुसार पी.डब्ल्यू.डी. कोड, निविदा प्रक्रिया एवं नियमों के मुताबिक वर्ष 2019 में ही किया गया है. उन्होंने बताया कि यह ठेका नवंबर 2019 में हुआ, जिसके तहत 1 करोड़ 87 लाख 8 हजार 766 रूपए का कॉन्ट्रैक्ट हुआ. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कार्य भी एक वर्ष पूर्व समाप्त हो गए. उन्होंने यह भी कहा कि उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के पूर्व ही चारों स्कीमों के कार्य संपन्न हो चुके थे.