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जल जीवन हरियालीः 16,351 किमी लंबी बनेगी मानव श्रृंखला, 4 करोड़ लोग हो सकते हैं शामिल

बिहार (Bihar) में जल-जीवन-हरियाली अभियान, शराबबंदी-नशाबंदी के पक्ष में और बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ आज बिहार में राज्यव्यापी मानव श्रृंखला बनाई जाएगी.

Updated on: 19 Jan 2020, 08:08 AM

पटना:

बिहार (Bihar) में जल-जीवन-हरियाली अभियान, शराबबंदी-नशाबंदी के पक्ष में और बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ आज बिहार में राज्यव्यापी मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. इसका उद्देश्य पर्यावरण (Environment) के प्रति लोगों को जागरूक करना है. बिहार में बनने वाली मानव श्रृंखला की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस मानव श्रृंखला में लगभग 4 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनने वाली इस मानव श्रृंखला के 16,351 किलोमीटर लंबा होने की संभावना है. बता दें कि जल-जीवन-हरियाली अभियान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की महत्वाकांक्षी योजना है. 

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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर. के. महाजन के मुताबिक, करीब 16,351 किमी लंबाई की मानव श्रृंखला के लिए 5,052 किमी मुख्य मार्ग की लंबाई होगी और 11,299 किमी उपमार्ग की लंबाई होगी. 2 हजार लोग प्रति किलोमीटर की दर से इसमें 4 करोड़ 27 लाख लोगों के शामिल होंगे. पटना के गांधी मैदान से चारों दिशाओं में मानव श्रृंखला का प्रस्थान होगा, जिससे एक दूसरे से जुड़ते हुए राज्य के सभी जिले आपस में श्रृंखलाबद्ध होंगे. पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सरकार के मंत्री समेत तमाम विधायक और नेता एक दूसरे के हाथ से हाथ थामे मानव श्रृंखला का हिस्सा बनेंगे.

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इस मानव श्रृंखला के लिए सुरक्षा समेत तमाम तरह के प्रबंध किए गए हैं. लोगों के सड़कों के बाईं ओर खड़ा होने के लिए स्थान चिन्हित हैं. हर किलोमीटर की दूरी पर पानी पीने की व्यवस्था होगी. मानव श्रृंखला में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हों, इसके लिए माइक्रो प्लानिंग की गई. आज रविवार होने के बावजूद स्कूल और सभी सरकारी कार्यालय खुलेंगे. कक्षा 1 से कक्षा 4 तक के बच्चे स्कूल भी चारदीवारी में मानव श्रृंखला बनाएंगे. इसके अलावा इस मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी होगी, जिसकी रिकॉर्डिंग आसमान से होगी. इसके लिए 15 हेलिकाप्टरों को लगाया जाएगा. राज्य सरकार ने 12 हेलिकॉप्टर किराए पर लेने का फैसला लिया है, जबकि अन्य 3 हेलिकॉप्टर राज्य में कार्यरत तीन फ्लाइंग क्लब के होंगे.