फारबिसगंज में प्रशासनिक उपेक्षा एवं जनप्रतिनिधियों में विकास की इच्छाशक्ति नहीं होने के चलते ट्रेनिंग स्कूल से पंचमुखी हनुमान मंदिर व गोढियारे चौक तक जानेवाली अंग्रेजों के जमाने की बनी पथरीली ईंट सोलिंग सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. कई गावों को जोड़नेवाली इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों लोग सफर करते हैं. दिनभर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. फिर भी किसी को इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है. सड़क पर जगह-जगह उखड़े पत्थर वाले ईंट के कारण उबड़- खाबड़ सड़क इसकी खतरनाक जर्जरता को खुद बयां करती है.
साइकिल चालक को भी होती है परेशानी
सड़क जर्जर एवं उबड़ खाबड़ युक्त होने के कारण दोपहिया व छोटे वाहन तो दूर साइकिल चालक को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके चलते इस मार्ग में अक्सर कई हादसा भी होता रहता है. सड़क बीस वर्षों से देखभाल के अभाव में जर्जर होने से 10 हजार से अधिक यात्री व वाहन का आवागमन में परेशानी उठाना पड़ता है.
सड़क की सूरत नहीं बदली
नगर परिषद क्षेत्र और कई पंचायतों को जोड़ने वाला मुख्य सड़क मार्ग कस्टम आफिस से कोसी कालोनी, पंचमुखी हनुमान मंदिर होते राजेन्द्र चौक, सदर रोड तक जाने वाली सड़क मार्ग से लायंस नेत्रालय, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डायट, कोसी कालोनी, डीएसपी आवास, सरस्वती विधा मंदिर एवं आधा दर्जन पंचायतों के आने जाने का एक मात्र रास्ता है. जहां नगर परिषद में कई बोर्ड बना, लेकिन इस सड़क की सूरत और सीरत नहीं बदली. खास बात लायन्स नेत्रालय के बनने के बाद बड़ी संख्या में दूर दराज से भी लोग इलाज कराने नेत्रालय आते हैं. नेत्रालय में डायलिसिस की सुविधाएं भी शुरू हुई.
यहां ज्यादा खराब है सड़क
सड़क की खराब स्थिति के कारण प्रखंड के पूर्वी हिस्से से आने वाले लोग अधिक दूरी तय कर दूसरे रास्ते का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं. नगर परिषद क्षेत्र के पांच वार्ड से गुजरने वाली सड़क की स्थिति वार्ड संख्या 19 और 20 में सबसे अधिक खराब है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क के बन जाने से इस इलाके के लोगों को आवागमन में सुविधा होती. साथ ही साथ विकास के नए आयाम भी जुड़ते, लेकिन इस जर्जर सड़क पर रिक्शावाला, टेम्पों चालक भी आने जाने में आनाकानी कर मनमानी रकम वसूल करते हैं. जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से इस इलाके के लोगों में सड़क को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है.
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ती है यह सड़क
स्थानीय निवासी सेवानिवृत्त शाखा प्रबंधक उमेश विश्वास ने कहा यह सड़क अंग्रेजों के जमाने की काफी पुरानी व जर्जर सड़क है. इस सड़क मार्ग में ली अकादमी हाई स्कूल, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डायट, लायंस नेत्रालय, कोसी कालोनी, डीएसपी आवास समेत कई प्राइवेट स्कूल संचालित है. यह सड़क शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ता है. काफी महत्वपूर्ण सड़क होने के बावजूद इस की स्थिति बद से बदतर है. इस सड़क का जीर्णोद्धार कार्य वर्षों पूर्व हो जाना चाहिए था, लेकिन स्थिति जस की तस है. जिससे आए दिन दुर्घटना होती रहती है. वहीं, स्थानीय निवासी व समाजसेवी प्रशांत प्रवीण उर्फ होली बाबा ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा इस सड़क की स्थिति बद से बदतर बरसों से है. काफी पुराना सड़क होने के बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि का इस सड़क के प्रति ध्यान नहीं है.
जानें मुख्य पार्षद ने क्या कहा
इस संबंध में जब मुख्य पार्षद बीणा देवी से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा की यह सड़क काफी पुरानी है. ग्रामीण क्षेत्र को शहर से जोड़ती है. नगर परिषद प्रमुख एजेंडों में इस सड़क को रखा है. दो फेज में इसका निर्माण कराए जाने पर सहमति बनी है. जल्द ही इस सड़क का निर्माण कराया जाएगा. इस सड़क के निर्माण के लिए विभाग के पास भी भेजा गया है. इस सड़क की ईंटों को उखाड़ कर शीघ्र ही ढलाई कराई जाएगी.
रिपोर्ट - नारायण कुमार यादव
HIGHLIGHTS
- साइकिल चालक को भी होती है परेशानी
- सड़क की सूरत नहीं बदली
- शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ती है यह सड़क
- जानें मुख्य पार्षद ने क्या कहा
Source : News State Bihar Jharkhand