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कोलकाता की ये बेटी बदलने चली है इतिहास, साइकिल से ही चल पड़ी दिल्ली

कोलकाता की ऐसी बेटी जिसने इतिहास बदलने की ठान ली है और उसके लिए साइकिल से ही कोलकाता से दिल्ली के लिए निकल पड़ी है. हैरानी की बात है कि छात्रा अभी 9 वीं क्लास में ही है और जब्जा ऐसा है की लोग उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.

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Rashmi Rani
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पिता और बेटी ( Photo Credit : NewsState BiharJharkhand)

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कोलकाता की ऐसी बेटी जिसने इतिहास बदलने की ठान ली है और उसके लिए साइकिल से ही कोलकाता से दिल्ली के लिए निकल पड़ी है. हैरानी की बात है कि छात्रा अभी 9 वीं क्लास में ही है और जब्जा ऐसा है की लोग उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. वेद पंडिता बासु का साथ देने के लिए उसके पिता भी उसके साथ चल पड़े हैं. वेद पंडिता बासु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपनी बात रखना चाहती है. उनकी ये यात्रा अब कैमूर में पहुंची है जहां लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. 

प्रधानमंत्री से मिलने चली है कोलकाता की बेटी 

दरअसल देश का नाम इंडिया से बदल कर हिंदुस्तान करने को लेकर कैमूर पहुंचे कोलकता के पिता और बेटी का जोरदार स्वागत किया गया. साइकिल चलाते हुए कोलकाता से कैमूर जिले के मोहनिया पहुंचे. जहां साइकिल पर उन्होंने एक तख्ती भी लगा राखी है कि "इंडिया का नाम बदलकर हिंदुस्तान रखा जाए". वेद पंडिता बासु 9वीं क्लास की छात्रा है. जो 9 अप्रैल को अपने पिता के साथ दिन के 11 बजे साइकिल से कोलकाता से दिल्ली के लिए चली थी. जहां आज वह मोहनिया पहुंची है. अभी उसको दिल्ली जाने में लगभग 15 दिन और लगेंगे. जहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति से मिलकर अपनी मांगों को रखेगी.

इंडिया से बदलकर देश का नाम करना चाहती है हिंदुस्तान

वेद पंडिता बासु ने बताया कि इतिहास के किताबों में ईस्ट इंडिया कंपनी की पढ़ाई की तो जब भी इंडियांका नाम सुनती हुं तो उससे ईस्ट इंडिया कंपनी का नाम याद आता है. जिसको देखते हुए इंडिया से बदलकर नाम हिंदुस्तान करवाना चाहती हुं. वेद पंडिता बासु के पिता विश्वरूप बासु ने बताया कि मैं चाय पी रहा था तभी मेरी बेटी ने कहा कि मैं साइकिल लेकर कोलकाता से चल कर दिल्ली में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलना चाहती हूं. हम चाहते हैं कि इंडिया का नाम बदलकर हिंदुस्तान रखा जाए. क्योंकि जब भी मैं इतिहास पढ़ती हूं तो उसमें ईस्ट इंडिया कंपनी का नाम पढ़ने के बाद इंडिया का नाम जब भी सुनती हूं तो ईस्ट इंडिया कंपनी की याद दिलाती है. इसलिए इंडिया का नाम हिंदुस्तान रखने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हूं. मैंने पहले तो मना किया लेकिन वह नहीं मानी तो मैं बोला की गाड़ी लेकर चलता हूं तो उसने मना कर दिया, कहा कि चलना है तो साइकिल लेकर चलो तो फिर मैं उसके साथ अपने बेटे की साइकिल लेकर कोलकाता से 9 अप्रैल को ही चला हुं.  

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15 दिनों में पहुंच जाएगी दिल्ली 

पिता ने बताया कि बेटी को अकेले छोड़ नहीं सकता था इसलिए मैं भी उसके साथ चल पड़ा. पूरे रास्ते जगह-जगह पर लोगों ने बेटी का हौसला अफजाई किया है. वेद पंडिता बासु ने बताया कि मैं कोलकाता से 9 अप्रैल को ही दिन के 11 बजे चली हूं. दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मुलाकात करना है. अगले 15 से 16 दिनों में मैं दिल्ली पहुंच जाऊंगी. जब देश के प्रधानमंत्री 4 घंटे सो कर 20 घंटे काम कर सकते हैं तो मैं अपने भारत के लिए इतना भी नहीं कर सकती हुं. 

रिपोर्ट - रंजन कुमार त्रिगुण 

HIGHLIGHTS

  • देश का नाम इंडिया से बदल कर हिंदुस्तान करना चाहती है वेद पंडिता बासु
  • साइकिल चलाते हुए कोलकाता से कैमूर जिले के मोहनिया पहुंची वेद पंडिता बासु
  • अपने पिता के साथ साइकिल से कोलकाता से दिल्ली के लिए चली है वेद पंडिता बासु

Source : News State Bihar Jharkhand

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