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हैदराबाद में तो हो गया 'इंसाफ', मगर इन बेटियों को बिहार पुलिस कब दिला पाएगी न्याय

इन दोनों मामलों में अभी तक पुलिस जांच का दावा तो कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस न तो अभी तक दोनों मृतक युवतियों की शिनाख्त कर पाई है और न ही उनके हत्यारों तक पहुंच सकी है.

Updated on: 06 Dec 2019, 11:23 AM

पटना:

तेलंगाना पुलिस ने हैदराबाद रेप और मर्डर केस में 'इंसाफ' कर दिया है. पशु-चिकित्सक के सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं. पुलिस की इस कार्रवाई की बॉलीवुड, स्पोर्ट्समैन से लेकर राजनेता तक सभी सराहना कर रहे हैं. मगर बिहार की जनता अभी ज्यादा खुश नहीं है. यहां लोग अभी भी गुस्से में हैं, क्योंकि हैदराबाद जैसी ही घटनाएं राज्य में दो जगहों पर हुई थीं. जिसमें पुलिस अभी तक आरोपियों के करीब तक भी नहीं पहुंच पाई है. 3 दिन बीत जाने के बाद भी इन दोनों घटनाओं में पुलिस के हाथ खाली हैं. ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि बिहार पुलिस इन दो बेटियों को कब तक 'न्याय' दिला पाती है.

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हैदराबाद की घटना के कुछ दिन बाद 3 दिसंबर को बिहार के बक्सर जिले में इटाढ़ी थाना क्षेत्र के कुकुढा गांव में सुनसान खेत में एक युवती का अधजला शव बरामद हुआ था. घटनास्थल से पुलिस को एक खोखा भी मिला था. ऐसे में आशंका है कि गोली मारकर युवती की हत्या कर पहचान छिपाने के लिए शव को जलाने की कोशिश की गई है. युवती के साथ दुष्कर्म की आशंका व्यक्त की गई. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. इसके लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है. पुलिस इस मृतक लड़की की भी पहचान नहीं कर पाई है. आरोपियों तक पहुंचने के लिए भी पुलिस ने 50 हजार रुपये घोषित करना पड़ा है.

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इस घटना के एक दिन बाद ही 4 दिसंबर को समस्तीपुर के वारिसनगर थाना क्षेत्र में एक तंबाकू के खेत से एक युवती का अधजला शव मिला था. ग्रामीणों की सूचना के बाद पुलिस ने गोही पंचायत के दमदौली चौर स्थित तंबाकू के खेत के समीप से युवती का अधजला शव बरामद किया था. गांव के लोग सुबह जब खेत की ओर गए थे, तब वहां शव देखकर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि अन्यत्र हत्या कर शव को यहां जलाया गया था. इस युवती की भी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन हाथ में चूड़ियां और लहठी थी, जिससे आशंका जताई गई कि युवती नवविवाहिता थी. यहां भी पुलिस वैज्ञानिक जांच का दावा कर रही है. 

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दो दिनों में दो युवतियों के अधजले शव मिलने के बाद बिहार में गुस्सा देखने को मिला है. विभिन्न संगठनों ने अपने-अपने ढंग से सड़कों पर आक्रोश प्रदर्शित करते हुए हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं ने भी बुधवार को आक्रोश मार्च निकालकर हत्यारों की अति शीघ्र गिरफ्तारी और मामले का खुलासा करने की मांग प्रशासन से की. इन घटनाओं को लेकर विपक्ष भी सत्तापक्ष पर हमलावर है. इन दोनों मामलों में अभी तक पुलिस जांच का दावा तो कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस न तो अभी तक दोनों मृतक युवतियों की शिनाख्त कर पाई है और न ही उनके हत्यारों तक पहुंच सकी है.