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समाज के हर तबके का उत्थान हमारा उद्देश्य, सेवा ही हमारा धर्म : नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना से वर्चुअल रूप से लोगों को संबोधित करते हुए जहां अपने सरकार में किए गए कार्यो का जिक्र किया, वहीं विरोधियों पर जमकर निशना साधा.

Updated on: 13 Oct 2020, 02:16 AM

पटना:

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना से वर्चुअल रूप से लोगों को संबोधित करते हुए जहां अपने सरकार में किए गए कार्यो का जिक्र किया, वहीं विरोधियों पर जमकर निशना साधा. उन्होंने कहा कि "हमें प्रदेश में क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म बर्दाश्त नहीं है. समाज के हर तबके का उत्थान हमारा उद्देश्य और सेवा ही हमारा धर्म है." नीतीश सोमवार को 11 विधानसभा के लोगों के साथ वर्चुअल रूप से जुड़े और लोगों को संबोधित किया. उन्होंने माना कि बिहार में बड़े उद्योग-धंधे नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि फिर भी आज बिहार की विकास दर दोहरे आंकड़े में है. लोगों की जीवनशैली बदली है. गरीबी कम हुई है, प्रतिव्यक्ति आय बढ़ी है.

उन्होंने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा, "लोग तरह-तरह की बात करते हैं. लोग पूछते हैं कि बिहार में बड़े उद्योग-धंधे क्यों नहीं है. तो हम बता दें कि हमने बहुत कोशिशे की हैं. बिहार चारो तरफ से घिरा हुआ है. आज आप देखिए कि बड़े उद्योग कहां है और क्यों है. लोग ये नहीं जानते कि इसका कारण क्या है बस वो बोलते रहते हैं."उन्होंने बिना किसी के नाम लिए हुए राजद र निशाना साधते हुए कहा, "कुछ लोग केवल जुबान चलाते हैं. उन लोगों को काम करने में कोई रुचि नहीं है. ना काम करने के मामले में किसी प्रकार का कोई अनुभव है."

उन्होंने कहा, "हम तो पूरे बिहार को अपना परिवार मानते हैं मगर कुछ लोगों के लिए पति-पत्नी, बेटा-बेटी ही केवल परिवार है. हमारे लिए तो बिहार परिवार है. कुछ लोग निजी परिवारवाद पर चल रहे हैं. समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं."नीतीश ने इशारों ही इशारों ही इशारों में तेजस्वी द्वारा पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को रोजगार देने के मामले में तंज कसते हुए कहा कि बहुत लोग आजकल युवाओं के रोजगार की बात कर रहे हैं. 15 साल में सत्ता में रहने पर कितने लोगों को रोजगार दिया गया? 15 साल के शासन काल में कैबिनेट की बैठक होती थी क्या? तब तो समय पर कैबिनेट की बैठक नहीं होती थी. लोग इंतजार करते थे.

नीतीश कुमार ने कोरोना काल, बाढ के दौरान किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया. उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि वे काम के आधार पर अपना निर्णय लें. जनता मालिक है. उन्होंने कहा, "हम लोगों का काम पसंद है तो फिर सरकार बनाने का मौका दीजिए. हमें उम्मीद है कि आप हमारे काम के आधार पर वोट दीजिएगा."