बिहार के राजनीतिक दलों पर भी दिखने लगा कोरोना का असर, प्रदेश मुख्यालय हुए बंद
बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों का असर अब राजनीतिक पार्टियों के कार्यक्रमों पर भी दिखने लगा है. राजनीतिक गतिविधियां शिथिल पड़ गई हैं तथा पार्टियों के प्रदेश मुख्यालयों को भी बंद कर दिया गया है.
highlights
- बिहार में कोरोना वायरस का कहर
- राजनीतिक दलों पर दिखने लगा असर
- पार्टियों ने अपने मुख्यालय किए बंद
पटना:
बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों का असर अब राजनीतिक पार्टियों (Political Parties) के कार्यक्रमों पर भी दिखने लगा है. राजनीतिक गतिविधियां शिथिल पड़ गई हैं तथा पार्टियों के प्रदेश मुख्यालयों को भी बंद कर दिया गया है. राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) कार्यालय में आम लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है. इधर, जनता दल-युनाइटेड (Janata Dal-United) प्रदेश कार्यालय भी बाहरी लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. जदयू (JDU) ने राष्ट्रीय कार्यक्रम से लेकर राज्यस्तरीय कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है.
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जदयू ने प्रदेश कार्यालय को कोरोना के मद्देनजर 20 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया है. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रदेश कार्यालय भी कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 21 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. इधर, कांग्रेस कार्यालय सदकात आश्रम इस महीने के पहले सप्ताह से ही आम लोगों के लिए बंद है.
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर राजद अपने कर्तव्यो का निर्वहन करते हुए प्रदेश कार्यालय को बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ पदाधिकारी जरूरत पड़ने पर आएंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले की तुलना में खतरनाक रूख अख्तियार कर रही है. एहतियात बेहद जरूरी है. उधर, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि 20 अप्रैल तक पार्टी कार्यालय पूरी तरह बंद रहेगा. इस दौरान कोई भी कार्यक्रम नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयस्तर पर भी सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.
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भाजपा के मुख्यालय प्रभारी सुरेश रुंगटा ने बताया कि पार्टी का कार्यालय 21 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई भी गतिविधि नहीं होगी. वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड ने कहा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कांग्रेस चार अप्रैल से अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह और राजनीतिक दल अपने कार्यालय बंद कर अपने कार्यक्रमों को पहले ही स्थगित कर दिए होते तो शायद बिहार में कोरोना की यह रफ्तार नहीं होती.
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है. राज्य में गुरुवार को 6,133 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जो एक दिन में मिले मामलों में रिकार्ड है. राजधानी पटना में गुरुवार को सबसे अधिक 2,105 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है. इस बीच राज्य में रिकवरी रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. राज्य में रिकवरी रेट गिरकर 89.79 प्रतिशत है. राज्य में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 29,078 पहुंच गई है.
(इनपुट - आईएएनएस)
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