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शराब मुक्त बिहार: शराबियों की पहचान बताएगा 'आधार', उत्पाद विभाग बना रहा डेटाबेस

अब उत्पाद विभाग ने शराब पीनेवालों पर लगाम लगाने के लिए नया तरीका खोज निकाला है.

Updated on: 17 Nov 2022, 02:36 PM

highlights

. शराब पीनेवालों का आधार डेटा बनाने में जुटा उत्पाद विभाग

. शराब पीनेवालों की हो सकेगी आसानी से पहचान

. शराब पीते पकड़े जाने पर हर बार होगी डेटाबेस में एंट्री

Gaya:

बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. बावजूद इसके शराब पीने वाले लोग शराब तस्करों की मदद से शराब हासिल कर लेते हैं. कई बार जहरीली शराब पीने से लोगों की मौतों के मामले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन ना तो शराब तस्कर सुधर रहे हैं और ना ही शराब पीने वाले लोग. अब उत्पाद विभाग ने शराब पीने वालों पर लगाम लगाने के लिए नया तरीका खोज निकाला है. शराबियों का आधार डाटाबेस के तैयार हो जाने के बाद अगर कोई भी व्यक्ति शराब के नशे में बिहार के किसी भी जिले में पकड़ा जाता है और फिर दूसरे जिले में दुबारा पकड़ा जाता है तो इसकी तुरंत पहचान हो जाएगी और फिर वे जुर्माना पर नहीं बल्कि उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी.

गया उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश  के मुताबिक, अभी तक जो शराबी पकड़े जाते थे बिना घरवालों को जानकारी दिए जुर्माना देकर छूट जाते थे. उनके घरों पर पोस्टर चिपकए जाते थे ताकि घरवाले और आस पास को लोग जान सके कि शख्स ने शराब पी थी. पोस्टर चिपकाने के पीछे ये उद्देश्य रहता था कि शख्स सामाजिक बेइज्जती महसूस करे और शराब को पीना छोड़ दे. अब शराबियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है और इसके लिए पहली बार शराब पीने पर पकड़े जाने के बाद ही उनका आधार डाटाबेस तैयार किया जाएगा, ताकि दोबारा शराब पीते पकड़े जाने पर उन्हें सीधा जेल भेजा जा सके.

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शराब पीना पड़ेगा महंगा

कुल मिलाकर अब शराब पीनेवाले लोग अपनी पहचान नहीं छिपा पाएंगे. इतना ही नहीं दोबारा शराब पीते पकड़े जाने पर सीधा जेल जाएंगे. बिहार मद्य निषेध विभाग के निर्देश पर अब शराबियो का आधार कार्ड का डाटा बेस तैयार करने की योजना है. इससे पहली बार शराब पी है या दूसरी बार इसका तुरंत आधार संख्या डालते ही पता चल सकेगा .

अबतक क्या होता था?

पहली बार शराब पीकर पकड़े गए आरोपियों को तय जुर्माने की राशि लेकर छोड़ने की व्यवस्था की है, लेकिन अब पहली बार शराब पीकर पकड़े गए आरोपियों को जुर्माने के बाद छोड़ने से पहले उनका आधार संख्या, नाम, पता आदि कई जानकारियों से डाटा बेस से रजिस्टर्ड किया जायेगा. ताकि दोबारा शराब के नशे में पकड़े जाने पर उसकी पहचान तुरंत हो सके.