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बिहार के नालंदा से सामने आई दर्दनाक तस्वीर, एंबुलेंस नहीं मिलने से महिला के शव को ठेले से ले जाया गया

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. कोरोना वायरस (coronavirus) के मामले बढ़ रहे हैं. वहीं इलाज के लिए मरीजों को जूझना पड़ रहा है. इधर, नालंदा में एंबुलेंस बंद है, क्योंकि एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं.

Updated on: 17 Jul 2020, 04:23 PM

नई दिल्ली:

बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. कोरोना वायरस (coronavirus) के मामले बढ़ रहे हैं. वहीं इलाज के लिए मरीजों को जूझना पड़ रहा है. इधर, नालंदा में एंबुलेंस बंद है, क्योंकि एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. जिसकी वजह से यहां से एक बेहद ही दर्दनाक तस्वीर सामने आई है. यहां एक महिला का शव एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से ठेले से ले जाते हुए दिखाई दिया.

दरअसल, महिला ने कुछ लोगों को घर के पास शराब बेचने से मना किया था. जिसकी वजह से उसे मार दिया गया. घरवालों ने जब एंबुलेंस के लिए फोन किया तो जवाब नहीं मिला. एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर हैं. पुलिस के एंबुलेंसकर्मी के साथ मारपीट के बाद वो लोग हड़ताल पर चले गए. जिसकी वजह से महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए ठेले से शव को अस्पताल ले जाना पड़ा.

वहीं, एंबुलेंस संघ के जिलाध्यक्ष अमित पांडेय ने यहां बताया कि भागनबीघा थाने की पुलिस ने एक घायल व्यक्ति को सदर अस्पताल पहुंचाने के लिए एबुलेंसकर्मी मनीष कुमार को कहा था, लेकिन मनीष ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित होने के कारण बिहारशरीफ सदर अस्पताल ले जाने की जगह रहुई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की बात कही. इसी बात को लेकर एंबुलेंसकर्मी और पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हुई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंसकर्मी के साथ पिटाई कर उसे घायल कर दिया.

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जिसके बाद जिले में एबुलेंस कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. एंबुलेंसकर्मियों ने कहा कि जब तक भागनबीघा पुलिस पर कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक हम लोगों का हड़ताल जारी रहेगा.