बिहार में एक तरफ प्रदेश में सता पक्ष और विपक्ष के बीच विधानसभा से लेकर विधान परिषद तक जंग चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में रोजगार नहीं उपलब्ध होने के कारण कश्मीर में राज मिस्त्री का काम करने गए सुपौल के रहने वाले तीन मजदूर आंतकियों के गोली का शिकार हो गए हैं. घायल मजदूर पिंटू कुमार, विनोद कुमार, और अनमोल कुमार का ईलाज कश्मीर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. घायल मजदूर में एक मजदूर सहरसा का रहने वाला भी बताया जा रहा है.
परिजनों का हाल बुरा
घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. वहीं, मजदूरों के परिजनों को उनके बारे में सही से जानकारी नहीं मिलने के कारण परिजन का परेशान हैं. ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब बिहार के मजदूर घाटी में आंतकियों के शिकार बने हैं. जहां घायल पिंटू की मां ने खाना -पीना छोड़ दिया है तो विनोद कुमार, और अनमोल कुमार के माता -पिता भी परेशान हैं. साथ बिहार सरकार से अपने बच्चों की सही ईलाज के लिए गुहार भी लगा रहे हैं
कब-कब हुआ बिहार के श्रमिकों पर कश्मीर में हमला
-5 अक्टूबर 2021 को चरमपंथियों ने भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की हत्या कर दी
-6 अक्टूबर 2021 को एक और बिहार के रहने वाले मजदूर की हत्या कर दिया
-17 अक्टूबर, 2021 को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने दो मजदूरों को गोली मार दी थी. दोनों बिहार के रहने वाले थे.
-2 जून, 2022 को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में आतंकवादियों ने प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मरने वाला मजदूर दिलखुश कुमार बिहार का रहने वाला था.
-4 अगस्त, 2022 को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकवादी हमले में एक गैर कश्मीरी मजदूर की मौत हो गई थी. मरने वाले की पहचान बिहार के सकवा परसा निवासी मुहम्मद मुमताज के रूप में हुई है थी.
-12 अगस्त 2022को जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों ने एक बिहारी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
HIGHLIGHTS
- आंतकी की निशाने पर फिर बिहारी मजदूर
- पूर्व में भी कई बार हो चुका है हमला
- तीन श्रमिकों को आतंकियों ने मारी गोली
- श्रमिकों के परिजनों का रो-रोकर है बुरा हाल
Source : Pintu Kumar Jha