Crime: शराबबंदी वाले बिहार में शिक्षा का मंदिर बना शराबियों का अड्डा
बिहार के बत्तर शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हुई एक और तस्वीर सामने आई है. बिहार की राजधानी पटना से लगभग 18 किलोमीटर दूर हाजीपुर शहर का यह इलाका बनारस गाछी के नाम से जाना जाता है.
highlights
. शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हुई तस्वीर
. शराबियों के डर से नाम मात्र बच्चे आते हैं स्कूल
Hajipur:
बिहार के बत्तर शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलती हुई एक और तस्वीर सामने आई है. बिहार की राजधानी पटना से लगभग 18 किलोमीटर दूर हाजीपुर शहर का यह इलाका बनारस गाछी के नाम से जाना जाता है. जगदंबा स्थान के पास नवसृजित प्राथमिक विद्यालय जेठूई कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई के लिए है. इस विद्यालय में वैसे तो करीब 125 बच्चों का नामांकन है, जिनको पढ़ाने की जिम्मेदारी तीन शिक्षिकाओं के ऊपर है, लेकिन यहां शिक्षिका तो समय से आ जाती हैं पर बच्चे नहीं आते हैं. बहुत मुश्किल से 20-25 बच्चे ही पढ़ने आते हैं और इसके पीछे की वजह है कि शराब पीने वाले आवारा लोगों के द्वारा स्कूल को अड्डा बना लिया गया है. साथ ही स्कूल के आने-जाने वाले रास्ते में भी एक रास्ता बेहद मुश्किलों से खड़ा है, जहां से आना-जाना छोटे बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है.
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शराब पीने वाले दबंगों का खौफ इतना है कि इस विषय में स्कूल के टीचर या बच्चे कुछ भी बताने को तैयार नहीं है, लेकिन वहीं स्कूल में खाना बनाने की जिम्मेदारी संभाली स्थानीय महिला और स्थानीय लोगों ने बताया कि रोज स्कूल में पार्टी होती है. यहां से शराब की बोतलें और अन्य खाली सामानों को हटाने के बाद स्कूल में पढ़ाई की शुरुआत की जाती है. स्कूल बंद होते हैं. सुबह तक आवारा लोगों का जमावड़ा लगा रहता है, उनके डर से कोई कुछ बोलता नहीं है.
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