logo-image

कॉमन सिविल कोड के विरोध में बोले तेजस्वी यादव, सरकार नागपुर से चलाई जा रही

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की इफ्तार पार्टी में तेजस्वी और सीएम नीतीश कुमार का एक साथ दिखना नए समीकरण की ओर इशारा कर रहा है

Updated on: 25 Apr 2022, 08:40 PM

highlights

  • तेजस्वी यादव ने कॉमन सिविल कोड (Common Civil Code) का विरोध किया
  • कहा, सरकार जब भी इस कानून को लाएगी, राष्ट्रीय जनता दल इसका विरोध करेगा

नई दिल्ली:

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की इफ्तार पार्टी (Iftar Party) में तेजस्वी यादव  (Tejaswi Yadav)  और सीएम नीतीश कुमार (NItish Kumar)  का एक साथ दिखना नए समीकरण की ओर इशारा कर रहा है. इसे लेकर हलचल तेज हो चुकी हैं. इस पर जवाब देते हुए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि वह भाजपा और आरएसएस से जुड़ी ताकतों से लड़ रहे हैं. तेजस्वी के अनुसार आरजेडी ने आरएसएस, भाजपा और उनके सहयोगियों से कभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समझौता नहीं किया है. हालांकि, अधिक समय नहीं हुआ है जब आरजेडी ने भाजपा के पुराने साथी जदयू के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. तेजस्वी यादव ने इस दौरान कॉमन सिविल कोड (Common Civil Code) का विरोध किया. 

उन्होंने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि वर्तमान में देश में सरकार नागपुर से चलाई जा रही है. सरकार जब भी इस कानून को लाएगी, राष्ट्रीय जनता दल इसका विरोध करेगा. साथ ही केंद्र सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि सीबीएसई पाठ्यक्रम में उर्दू विषय के चैप्टर को लेकर जो बदलाव किए गए हैं, उसका भी विरोध होगा.

तेजस्वी यादव ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन बनाने पर जोर दिया. कांग्रेस उन 200 सीटों पर फोकस करें, जहां उसकी भाजपा से सीधी लड़ाई है, जबकि जहां क्षेत्रीय दल मजबूत हैं वहां बैकसीट पर बैठे. आरजेडी की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार की मौजूदगी को लेकर तेजस्वी से पूछा गया कि क्या क्या वह एक बार फिर जदयू से हाथ मिलाने को तैयार हैं? उन्होंने कहा,'हमारी पार्टी इफ्तार और मकर संक्रांति (दही चूड़ा) पार्टी दो दशक से अधिक समय से करती आ रही है. हम हमेशा आम लोगों के साथ सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं को बुलाते रहे हैं. यह पूरी तरह से परंपरा से जुड़ा हुआ कार्यक्रम है.' कॉमन सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता ऐसा कानून है जो देश के हर समुदाय पर लागू होगा. वह किसी भी धर्म का हो, जाति का हो या समुदाय का हो उसके लिए एक ही कानून होगा.