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बिहार के यादव का 'तेज' बढ़ाने में हरियाणवी चाणक्य का हाथ

संजय यादव पिछले एक दशक से तेजस्वी यादव से जुड़े हुए हैं. तेजस्वी और संजय की मुलाकात साल 2010 में दिल्ली में हुई थी.

Updated on: 10 Nov 2020, 08:31 AM

नई दिल्ली:

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Elections 2020) की मतगणना शुरू हो चुकी है. इसके पहले तीसरे चरण के चुनाव के बाद शनिवार शाम को आए एग्जिट पोल (Exit Polls) में महागठबंधन (Mahagathbandhan) की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का परचम फहराया गया. जाहिर है ऐसे में सोमवार को अपना 31वां जन्मदिन मना चुके तेजस्वी की ही हर तरफ चर्चा हो रही है. ऐसे में उन चेहरों के बारे में भी लोग जानना चाह रहे हैं, जिन्होंने तेजस्वी यादव की राजनीतिक तकदीर बदलने में अहम रोल अदा किया. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की गैरमौजूदगी में तेजस्वी को राजनीतिक दांव-पेंच समझाने में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagada Nand Singh) की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन एक चेहरा और भी है जो पर्दे के पीछे रह कर तेजस्वी की हर रणनीति को धरातल पर उतारता रहा. तेजस्वी के राजनीतिक सचिव हरियाणा के संजय यादव (Sanjay Yadav), जो फिलहाल बिहार के नए चाणक्य करार दिए जा रहे हैं.

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हरियाणा के यादव ने बिहार के यादव को उभारा
37 साल के संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के नांगल सिरोही गांव के हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कि संजय यादव पिछले एक दशक से तेजस्वी यादव से जुड़े हुए हैं. तेजस्वी और संजय की मुलाकात साल 2010 में दिल्ली में हुई थी. तेजस्वी यादव 10 साल पहले आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपना किस्मत आजमा रहे थे. बाद में तेजस्वी की एक बहन की शादी हरियाणा में भी हुई.

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कोरोना काल में बनाई रणनीति
बताते हैं कि कोरोना काल में जेडीयू और बीजेपी के नेता तेजस्वी यादव को बिहार में ढूंढ रहे थे तब तेजस्वी और संजय दिल्ली में रह कर बिहार चुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति बना रहे थे. एक तरफ बीजेपी के बड़े-बड़े चुनाव मैनेजर रणनीति बना रहे थे तो उस समय संजय यादव बिहार चुनाव में उठने वाले मुद्दे और स्लोगन पर विचार-विमर्श कर रहे थे. ऐसा कहा जा रहा है कि तेजस्वी अपने नजदीकी नेताओं से भीड़ और रैली में 'हम तो ठैठ बिहारी हैं' जैसे शब्दों के साथ बिहार चुनाव में जीतने की पटकथा लिख रहे थे.

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ऐसे जवाब दिया जेडीयू और बीजेपी के कैंपेन को
पटना के बड़े-बड़े होटलों में जहां बीजेपी और जेडीयू के रणनीतिकार और आईटी मैनेजर बैठकर मीडिया और सोशल मीडिया में जंगलराज और लालू राज जैसे स्लोगन को ट्रेंड करा रहे थे, तब इन लोगों को संजय यादव की भावी रणनीति की भनक भी नहीं थी. तेजस्वी यादव को छोड़ कर लालू यादव, राबड़ी देवी सहित परिवार के किसी भी सदस्य भी सदस्यों को पोस्टर से गायब करना, पीएम मोदी को टारगेट नहीं करना, इस तरह की रणनीति संजय यादव और उनकी टीम ने बनाई थी.