logo-image

तेजस्वी यादव का दावा- 'RJD में आना चाहते थे नित्यानंद राय, BJP में नहीं लग रहा मन'

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आज बिहार के सियासी गलियारों में यह कहकर गर्माहट ला दी है कि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) एक समय राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होना चाहते थे और उन्होंने खुद ही उनसे सम्पर्क

Updated on: 18 Jul 2022, 07:40 PM

Patna:

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आज बिहार के सियासी गलियारों में यह कहकर गर्माहट ला दी है कि केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) एक समय राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होना चाहते थे और उन्होंने खुद ही उनसे सम्पर्क साधा था. तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि नित्यानंद राय ने यह भी कहा था कि उनका मन भाजपा में नहीं लग रहा है. आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने के बाद तेजस्वी यादव  ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, "जब नित्यानंद राय केंद्र की सरकार में मंत्री नहीं बने थे, तब उन्होंने मुझसे संपर्क साधा था. उन्होंने कहा था कि मुझे भाजपा में मन नहीं लग रहा है. राजद में मुझे बुला लीजिए."

NDA राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को लेकर कही ये बात
तेजस्वी यादव ने एनडीए की राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को लेकर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैंने किसी दलित या अनुसूचित जनजाति की महिला का विरोध नहीं किया है. तेजस्वी ने कहा कि मैंने अपना स्टैंड क्लियर किया है. हमारी ओर से गठबंधन के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा हैं और उन्होंने जनता के सामने अपनी बात रखी है लेकिन द्रौपदी मुर्मू ने जनता के सामने अपनी भावना नहीं रखी है. जनता यह जानना चाहती है कि जो राष्ट्रपति बनने वाले हैं उनके विचार क्या है?  एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि मोदी सरकार को आदिवासी की इतनी ही चिंता है तो आरक्षण का दायरा बढ़ाए, हम उनका साथ देंगे. हम किसी मूर्ति को नहीं चुनेंगे.

बता दें कि शिवहर में मीडिया से बात करते हुए दो दिन पहले तेजस्वी ने कहा था, "राष्ट्रपति भवन में मूर्ति की जरूरत नहीं है. आपने यशवंत सिन्हा जी (Yashvant Sinha) को तो आपने हर जगह बोलते हुए सुना होगा, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से जो राष्ट्रपति दी गई है. हालांकि छोटा मुंह बड़ी बात बोलनी नहीं चाहिए, लेकिन हमने कभी नहीं सुनी और हमको नहीं लगता कि आप लोग भी कभी उनकी आवाज सुनी होगी. जब से उम्मीवार बनीं हैं, उन्होंने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है."