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तेजस्वी यादव फिर हुए बिहार की सियासत से 'गायब', सत्तारूढ़ बीजेपी-जदयू ने ली चुटकी

तेजस्वी ने नई सरकार बनने के 1 महीने के भीतर सड़कों पर उतरने की घोषणा की थी. मगर वह आजकल कहां है, इसका खुद उन्हीं की पार्टी के नेताओं को भी नहीं पता है.

Updated on: 17 Dec 2020, 11:34 AM

पटना:

बिहार में नई सरकार के गठन को महज एक महीना ही बीता है, मगर विपक्षी दलों के योद्धा सक्रिय राजनीति से पूरी तरह 'गायब' हो गए हैं. जिनमें राष्ट्रीय जनता दल के नेता और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी हैं, जिनका चुनाव नतीजों के बाद से जनता के बीच कहीं भी चेहरा नजर नहीं आ रहा है. तेजस्वी ने नई सरकार बनने के 1 महीने के भीतर सड़कों पर उतरने की घोषणा की थी. मगर वह आजकल कहां है, इसका खुद उन्हीं की पार्टी के नेताओं को भी नहीं पता है. ऐसे में उनके विरोधी भी चुटकी ले रहे हैं.

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तेजस्वी यादव के गायब होने पर बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने सवाल खड़े किए हैं. जदयू ने तंज कसते  हुए कहा, 'तेजस्वी यादव आकाश, पाताल जहां भी हैं, अपनी जानकारी साझा करें, क्योंकि पूरा कुनबा परेशान है.' जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा, 'तेजस्वी सिर्फ बोलते हैं और गायब हो जाते हैं.' वहीं जदयू की सहयोगी पार्टी बीजेपी ने भी तेजस्वी यादव के गायब होने पर चुटकी ली है.

बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद जिम्मेदार प्रतिपक्ष के संवैधानिक दायित्व का निर्वाह ठीक से नहीं कर पा रहा है. भाजपा नेता मोदी ने तेजस्वी यादव पर राज्य से बाहर रहने का आरोप लगाते हुए अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, 'बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी फिर लगातार राज्य से बाहर समय गुजार रहे हैं, जिससे राजद जिम्मेदार प्रतिपक्ष के संवैधानिक दायित्व का निर्वाह ठीक से नहीं कर पा रहा है. पिछले सदन के अंतिम वर्ष में तो वे स्पीकर को बताए बिना 33 दिन तक गैरहाजिर थे.'

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सुशील कुमार मोदी ने आगे लिखा, 'तीन नए कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों को गुमराह करने के लिए आहूत भारत बंद के समय तेजस्वी यादव के गायब रहने के कारण महागठबंधन नेतृत्वहीन रहा.' उन्होंने तेजस्वी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि कोई भी पद दायित्व निभाने के लिए होता है, केवल जनता के पैसे से सुरक्षा-सुविधा पाने के लिए नहीं.

उल्लेखनीय है कि तेजस्वी हमेशा की तरह सोशल मीडिया पर जरूर सक्रिय हैं. मगर बिहार में मिली हार के बाद तेजस्वी यादव कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं. किसानों के भारत बंद को समर्थन दिए जाने के बाद भी तेजस्वी यादव कहीं दिखाई नहीं दिए थे. ऐसे में सत्तारूढ़ दलों के तीखे सवालों से राष्ट्रीय जनता दल भी परेशान है. हालांकि पार्टी की तरफ से इस पर सफाई दी गई है. राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव दिल्ली में किसान आंदोलन के समर्थन में हैं. मगर जब उनसे पूछा गया कि तेजस्वी इस आंदोलन के दौरान कहीं नहीं दिखे तो इस पर आरजेडी नेता ने कहा कि मुद्दों से भटकाने के लिए एक बार फिर से हमारे नेता को टारगेट किया जा रहा है.