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तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर शराब माफिया होने का लगाया आरोप

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को राज्य में शराबबंदी कानून को पूरी तरह असफल बताते हुए सरकार को एक बार फिर से घेरा है.

Updated on: 11 Mar 2021, 05:51 PM

highlights

  • बिहार में सबसे मुनाफा का व्यवसाय शराब बेचना बन गया
  • मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब की बरामदगी हुई
  • बिहार में सबसे बड़ा शराब माफिया कोई है तो वो नीतीश कुमार हैं

पटना:

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने गुरुवार को राज्य में शराबबंदी कानून को पूरी तरह असफल बताते हुए सरकार को एक बार फिर से घेरा है. उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे मुनाफा का व्यवसाय शराब बेचना बन गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य का सबसे बड़ा शराब माफिया होने का भी आरोप लगाया है. राजद कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में तेजस्वी ने कहा कि, "मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब की बरामदगी हुई. उनके भाई शराब के कारोबार में संलिप्त हैं, लेकिन मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. राजद नेता ने मंत्री राय को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की."

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, "बिहार में सबसे बड़ा शराब माफिया कोई है तो वो नीतीश कुमार हैं." उन्होंने नीतीश कुमार को लाचार, मजबूर, थका हुआ मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि देश में ऐसा लाचार मुख्यमंत्री कोई नहीं है. तेजस्वी यादव ने यह भी आरोप लगाया कि, "नीतीश मंत्रिमंडल में कई ऐसे मंत्री हैं जो शराब का धंधा करते हैं लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं होती. आखिर इनको संरक्षण क्यों दिया जा रहा है. बिहार में 64 प्रतिशत मंत्री दागी हैं, जिनपर गंभीर आरोप हैं."

उन्होंने कहा कि बिहार में आज सबसे मुनाफा का व्यवसाय शराब बेचने का काम बन गया है. उन्होंने कहा कि 20 हजार करोड़ का समानांतर बाजार बन गया है. तेजस्वी यादव ने पूर्व पुलिस महानिदेशक का जिक्र करते हुए कहा कि, पूर्व पुलिस महानिदेशक ने यह कहा था कि थाने में शराब की बिक्री होती है. उन्होंने कहा कि इससे पहले हमने ही नीतीश कुमार का भी बिहार के सबसे बड़े शराब माफिया के साथ फोटो रिलीज किया था.

बिहार : मंत्री की जगह उनके भाई ने कार्यक्रम में लिया भाग, तेजस्वी ने मांगा नीतीश से इस्तीफा

बिहार में पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी की जगह पर उनके भाई संतोष सहनी द्वारा सरकारी कार्यक्रमों में जाने का मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में सफाई भी दी है, लेकिन शनिवार को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से ही इस्तीफा मांगा है. तेजस्वी ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री को यह भी पता नहीं कि उनकी सरकार में क्या हो रहा है. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं कि मंत्री ने जानबूझकर अपने भाई को किसी कार्यक्रम में नहीं भेजा है.

तेजस्वी ने कहा, "कैसे मुख्यमंत्री हैं कि उन्हें नहीं मालूम है कि मंत्री के भाई ने कई जिलों में आयोजित सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेकर विभागीय योजनाओं का उद्घाटन किया है. ऐसे मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए." उन्होंने कहा तब तो कोई भी विधायक और मंत्री अपनी जगह पर अपने बेटा और भाई को भेज देंगे. इससे पहले तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के खगड़िया और पूर्णिया में भी सरकारी कार्यक्रमों के उद्घाटन की तस्वीर पोस्ट की है.

तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, "नीतीश कुमार अविलंब इस्तीफा दें. मुख्यमंत्री को यह भी नहीं पता, उनकी सरकार में क्या हो रहा है? एक मंत्री की जगह उनका हमशक्ल भाई अब तक अनेक जिलों में शीर्षस्थ पदाधिकारियों की उपस्थिति में सरकारी योजनाओं का उद्घाटन कर चुका है. मुख्यमंत्री को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है." एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "मंत्री के हमशक्ल से उद्घाटन कराने और प्रोटोकल का उल्लंघन करने वाले दोषी पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पत्रकरों से चर्चा करते हुए कहा कि, "कभी-कभी ऐसा होता है कि लोगों को सारी बातों की जानकारी नहीं होती है. मंत्री मुकेश सहनी ने महसूस किया है, उनसे चूक हुई है. उन्होंने इस संबंध में सारी बातें पत्रकारों को बता दी हैं." उन्होंने कहा कि पार्टी या परिवार का कोई भी व्यक्ति सरकारी कार्यक्रमों में आपकी जगह चला जाए यह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ने जानबूझकर ऐसी गलती नहीं की है. उल्लेखनीय है कि हाजीपुर के एक सरकारी कार्यक्रम में मंत्री मुकेश सहनी की जगह पर बतौर उद्घाटनकर्ता उनके भाई संतोष सहनी पहुंचे थे और कार्यक्रम का उद्घाटन किया था. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है.