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सुशील मोदी का तेजस्वी यादव पर तंज, कहा-कब तक भागोगे, CBI के सामने करो 'सरेंडर'

लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई द्वारा समन भेजने पर भी सीबीआई के समक्ष पेश ना होने पर बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसा है.

Updated on: 17 Mar 2023, 08:46 AM

highlights

  • सुशील मोदी ने कसा तेजस्वी यादव पर तंज
  • सीबीआई से भागो नहीं, उसका सहयोग करो
  • दोषियों को सजा मिलनी तय है
  • ललन सिंंह ने सीबीआई को दे रखे हैं सारे सबूत

Patna:

लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई द्वारा समन भेजने पर भी सीबीआई के समक्ष पेश ना होने पर बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. सुशील मोही ने कहा कि तेजस्वी यादव को सीबीआई के सामने सवालों का जवाब देने के लिए पेश होना चाहिए और सीबीआई का सहयोग करना चाहिए. वहीं, ललन सिंह का नाम लेते हुए सुशील मोदी ने कहा कि उन्होंने सीबीआई के पास सभी आरोपियों के अपराध का प्रमाण पहले ही दे रखा है. कोई भी दोषी बचेगा नहीं.

सजा से नहीं बच पाएंगे तेजस्वी

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में तेजस्वी प्रसाद यादव अब पूछताछ , ट्रायल और सजा से बच नहीं पाएँगे.  सीबीआई के समन पर उपस्थित न होना, फिर पत्नी की तबीयत का हवाला देना, समन के खिलाफ कोर्ट जाना और फिर विधानसभा की कार्यवाही में उपस्थिति को पूछताछ से बचने का बहाना कब तक बनाया जा सकता है? बकरे की अम्मा कब तक खैर मनायेगी?

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ललन सिंह ने दे रखा है सबूत

उन्होंने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह इस मामले में इतने पुख्ता सबूत सीबीआई तक पहुँचा चुके हैं कि लालू प्रसाद , राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव सहित सभी प्रमुख आरोपियों के अपराध प्रमाणित होंगे और उन्हें सजा मिलेगी.

कैसे बना ली तेजस्वी ने कोठी?

सुशील मोदी ने कहा कि सीबीआई जानना चाहती है कि तेजस्वी यादव दिल्ली की फ्रेंड्स कालोनी में डेढ़ सौ करोड़ के चार मंजिला मकान (डी-1088) के मालिक कैसे बन गए? उन्होंने आगे कहा कि  दिल्ली की फ्रेंड्स कालोनी वाले मकान का स्वामित्व इसी एके इन्फोसिस्टम्स के पास था. बाद में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव इस कंपनी के मालिक बन गए.

तेजस्वी करें CBI का सहयोग

सुशील मोदी ने कहा कि वर्ष 2006 में हजारी राय के दो भतीजों (दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार) को  जबलपुर और कोलकाता में रेलवे की ग्रुप-डी की नौकरी मिली. हजारी राय से एक जमीन 21 फरवरी 2007 को एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम लिखवा ली गई. उन्होंने कहा कि सीबीआई इस तरह के मामलों में यदि सच जानना चाहती है, तो तेजस्वी यादव की भलाई पूछताछ से भागने में नहीं, बल्कि सहयोग करने में है.