logo-image

पटनाः तेज प्रताप यादव की तबीयत बिगड़ी, तेजस्वी भी पहुंचे

Tej Pratap Yadav health : बिहार से आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव (RJD Leader Tej Pratap Yadav) की मंगलवार को देर रात अचानक तबीयत बिगड़ने गई है. उन्हें तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही है.

Updated on: 06 Jul 2021, 11:49 PM

पटना:

Tej Pratap Yadav health : बिहार से आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव (RJD Leader Tej Pratap Yadav) की मंगलवार को देर रात अचानक तबीयत बिगड़ने गई है. उन्हें तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही है. सरकारी आवास में ही तेज प्रताप डाक्टरों की देखरेख में हैं. वहीं, भाई की तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए हैं. हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद थोड़ी तबीयत बिगड़ी है. हालांकि, अब उनकी तबीयत स्थिर है. 

जानकारी के अनुसार, तेजस्वी और उनके भाई तेजप्रताप ने 30 जून को पटना के मेदांता अस्पताल में स्पूतनिक वैक्सीन की पहली डोज ले ली थी. वैक्सीन लेने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि कुछ लोग मेरे वैक्सीन न लेने पर सवाल खड़ा कर रहे थे, जिनको बोलना है वो तो बोलते रहेंगे, लेकिन ये तो मैंने नहीं कहा था कि वैक्सीन नहीं लूंगा, मैंने कहा था कि समय आने पर वैक्सीन ले लूंगा. 

वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि हम लगातार लोगों से वैक्सीन लेने की अपील कर रहे हैं और हमारे नेताओं ने भी वैक्सीन ली है. वैक्सीन के अलावा कोरोना का कोई दूसरा उपचार नहीं है. हमको तो जनता के बीच रहना है, इसलिए हमने कोरोना वैक्सीन ले ली. नहीं तो कल को कहेंगे कि हमलोग कोरोना फैला रहे हैं. 

आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल पिछले दिनों अपना 25वां स्थापना दिवस (RJD 25th Foundation Day) मनाई थी. पार्टी के मुखिया लालू यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पटना में समारोह का उद्घाटन किया और साथ ही कार्यकर्ताओं को बधाई दी थी. इस मौके पर उनके साथ पत्नी राबड़ी देवी भी मौजूद रहीं.

लालू बोले- RJD के गठन के बाद से हम संघर्ष कर रहे हैं

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय जनता दल बना था. उस वक़्त नहीं पता था क्या करें. फिर साथियों ने मिलकर निर्णय लिया. राम कृष्ण हेगड़े जी ने पार्टी का नाम सुझाया था. गठन के बाद से हमलोग संघर्ष कर रहे हैं. मंडल कमीशन लालू करने को संघर्ष किया था. उन्होंने कहा कि कहां कोई सोचता था कि फुलवरिया गांव से निकलकर के लोगों को आगे बढ़ाएगा.