शिक्षक नियमावली 2023 लागू होते ही पूरे बिहार के शिक्षक काफी आक्रोशित हैं. पूरे राज्य में इसे लेकर विरोध किया जा रहा है. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए हैं और इसके खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. शिक्षकों की मांग है कि 2023 शिक्षाक नियमावली को वापस लिया जाए. भागलपुर में भी शिक्षकों का प्रदर्शन देखने को मिला है. जहां सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई.
शिक्षकों का फूटा गुस्सा
शिक्षकों का साफ तौर पर कहना है कि सरकार जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी तब तक हम लोग आंदोलन जारी रखेंगे. यह प्रदर्शन पूरे सूबे में एक साथ हर जिले में चल रहा है. आज भागलपुर में भी शिक्षकों का गुस्सा फूटा और सभी शिक्षक सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए, माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों के द्वारा घंटाघर चौक से जुलूस निकाला गया, जो समाहरणालय पर आकर खत्म हो गया. इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित बिहार के शिक्षा मंत्री के विरोध में जमकर नारेबाजी की.
जमकर किया गया विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांग है कि 2023 शिक्षाक नियमावली को सरकार वापस लें. वहीं, राज्य कर्मी का दर्जा शिक्षकों को दिया जाए, पुरानी पेंशन नीति लागू की जाए और ऐच्छिक ट्रांसफर लागू किया जाए. जिसको लेकर शिक्षकों के द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. सभी का कहना है कि अगर सरकार इनकी बात नहीं मानती है तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा और मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रहेगा. आपको बता दें कि शिक्षक नियमावली 2023 लागू होने के बाद से लगातार शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं और शिक्षकों में इसको लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है. वही, आंदोलन के दौरान सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई और कई स्कूल के बस भी घंटों जाम में फंसे रहे.
HIGHLIGHTS
- भागलपुर में शिक्षकों का प्रदर्शन देखने को मिला
- सभी शिक्षक सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए
- शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ खूब लागए नारे
Source : News State Bihar Jharkhand