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Sushil Modi, Kartikeya Singh and CM Nitish kumar( Photo Credit : फाइल फोटो )
महागठबंधन की सरकार बनते ही इसे जंगलराज की वापसी कहा जा रहा है. ऐसे में नीतीश कैबिनेट के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर अपहरण का मामला दर्ज़ होने और इस मामले में फरार घोषित होने पर अब बीजेपी ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार को जमकर घेरा है. बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने सीएम नीतीश को जमकर घेरा है. साथ ही कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त करने की भी मांग की है. कार्तिकेय सिंह पर लगे आरोप को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब किसी को शपथ दिलवाता है तो उसका पहले पुलिस वेरिफिकेशन होता है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जाता है. क्या नीतीश जी को यह बात नहीं मालूम थी कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट है. सीएम नीतीश बाढ़-मोकामा इलाके से आते हैं और उन्हें कार्तिकेय सिंह के बारे में पहले से नहीं पता था. नीतीश कुमार को कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए. इससे पहले भी मंत्रियों को हटाया गया था.
सुशील मोदी ने कहा कि कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री इसलिए बनाया गया ताकि आरजेडी के वो मंत्री जिन पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, उसे समाप्त किया जा सकें. चाहें वह ललित यादव हों या सुरेंद्र यादव या रामानंद यादव, इन बाहुबलियों के मुकदमों को खत्म करने के लिए कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाया गया है. कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने से लगता है कि बिहार एक बार फिर लालू यादव के राज की ओर लौट रहा है. उनका जंगलराज फिर से वापस आ गया है.
बता दें कि, 2014 में उनपर राजीव रंजन किडनैपिंग मामले में आरोपी पाया गया था. उनके खिलाफ अदालत ने वारंट जारी किया है. उन्हें 16 अगस्त को पेश होना था लेकिन वे उस दौरान शपथ ले रहे थे. कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है.
Source : News Nation Bureau