शराबबंदी कानून पर सुशील मोदी की राय, कहा-'जिद छोड़ें, शराब की परमिट व्यवस्था लागू करें CM नीतीश'
सुशील मोदी ने ये भी मांग की है कि शराबबंदी संबंधी 4 लाख मुकदमे वापस लेकर सरकार को आम माफी देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार शराबबंदी कानून बेअसर हो रहा है. गुजरात की तरह पर्यटकों और बीमारों के लिए शराब की परमिट जारी की जानी चाहिए.
highlights
- सुशील मोदी ने फिर शराबबंदी को लेकर बोला सीएम पर हमला
- नीतीश कुमार पर सुशील मोदी ने कसा तंज
- कहा-बिहार में पूरी तरह फेल हो चुकी है शराबबंदी
- आरोपियों को मिले आम माफी, शराब परमिट की व्यवस्था हो लागू-सुशील मोदी
Patna:
शराबबंदी कानून को जमीनी स्तर पर विफल बताते हुए बीजेपी सांसद व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने एक बार फिर से सीएम नीतीश पर करारा हमला बोला है और कहा है कि शराब की परमिट व्यवस्था सीएम नीतीश कुमार को लागू करना चाहिए. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि ऐसा करने से राज्य सरकार का ना सिर्फ राजस्व बढ़ेगा बल्कि शराब तस्करी पर अंकुश लगेगा और पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. सुशील मोदी ने ये भी मांग की है कि शराबबंदी संबंधी 4 लाख मुकदमे वापस लेकर सरकार को आम माफी देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार शराबबंदी कानून बेअसर हो रहा है. गुजरात की तरह पर्यटकों और बीमारों के लिए शराब की परमिट जारी की जानी चाहिए.
शराबबंदी कानून बेअसर, आरोपियों को मिले आम माफी
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्ससभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पूर्ण मद्यनिषेध कानून को छह साल में जब इतना शिथिल कर दिया गया कि यह बेअसर हो चुका है, तब राज्य सरकार को शराबबंदी संबंधी 4 लाख से ज्यादा मुकदमों को वापस लेते हुए आम माफी का एलान भी कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि शराबबंदी संबंधी मुकदमे वापस लेने से जहाँ दलित, पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के लाखों गरीबों को राहत मिलेगी, वहीं अदालतों पर मुकदमों का बोझ कम होगा. शराबखोरी के चलते जो लोग पहली बार जेल गए, उन्हें रिहा किया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें-बिहार में 'काली' हो रही दाल, अचानक बढ़े दाम, चिंता में सरकार!
शराबबंदी कानून लागू करने में बिफल रही है नीतीश सरकार
उन्होंने कहा कि पहले शराब पायी जाने पर वाहन जब्त करने का नियम था, फिर इसे शिथिल करते हुए वाहन बीमा राशि का 50 फीसद जुर्माने के तौर पर भरकर वाहन छोड़ने का नियम बना. अब बीमा राशि का मात्र 10 फीसद जमा कर शराब ले जाते पकड़ा गया वाहन छुड़ाया जा सकता है. सुशील मोदी ने कहा कि नियमों में लगातार नरमी से भी साफ है कि राज्य सरकार पूर्ण शराबबंदी लागू करने में विफल है. उन्होंने कहा कि 2016 में एक बोतल शराब मिलने पर मकान और वाहन जब्त करने का कानून था, आज शराब माफिया के दबाव में मामूली जुर्माना लगाने पर आ गए.
गुजरात की तरह परमिट व्यवस्था हो
सुशील मोदी ने कहा कि अब बिहार में गुजरात की तरह परमिट व्यवस्था लागू करनी चाहिए, ताकि बीमार लोगों को मेडिकल ग्राउंड पर और पर्यटकों के लिए सीमित मात्रा में शराब की आपूर्ति आसान हो सके. उन्होंने कहा कि यदि अपनी जिद छोड़ कर नीतीश कुमार शराब की परमिट व्यवस्था लागू करें, तो राजस्व बढेगा, तस्करी पर अंकुश लगेगा और पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर भी बढेंगे.
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