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I.N.D.I.A. को लेकर सुशील मोदी का बड़ा दावा, महागठबंधन में सीट बंटवारे पर होगी रार

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन की दिल्ली बैठक से इसमें दरार दिखने लगी है. ये दरार टिकट बँटवारे का दौर आने पर और चौड़ी होगी.

Updated on: 18 Sep 2023, 07:09 PM

highlights

  • सुशील मोदी ने विपक्षी दलों के महागठबंधन पर बोला हमला
  • सीट सेयरिंग को लेकर लड़ाई का किया दावा
  • कांग्रेस पर मनमानी करने का भी लगा डाला आरोप

Patna:

बिहार के पूर्व सीएम सह बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर सि विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA पर करारा हमला बोला है. उन्होंने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन में अभी से दरारें उभर चुकी हैं और सीट बँटवारे पर रार बढ़नी तय है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि भोपाल रैली रद्द करने का फैसला भी कांग्रेस द्वारा अकेले ही लिया गया है. वहीं, टीवी ऐंकरों के बहिष्कार पर नीतीश कुमार के सुर अलग हैं. सुशील मोदी ने कहा कि माकपा ने केरल, बंगाल में विपक्षी एकता को झटका दिया है.

INDIA गठबंधन में दरार

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन की दिल्ली बैठक से इसमें दरार दिखने लगी है. ये दरार टिकट बँटवारे का दौर आने पर और चौड़ी होगी. सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस का अन्य दलों की राय लिये बिना भोपाल-रैली स्थगित करना और 14 टीवी पत्रकारों के बहिष्कार पर नीतीश कुमार का अलग स्टैंड घमंडिया गठबंधन के अनिश्चित भविष्य का संकेत है.

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कांग्रेस ने अकेले निर्णय से रद्द हुआ भापाल बैठक 

उन्होंने कहा कि भोपाल में साझा रैली का निर्णय समन्वय समिति ने लिया था, जबकि कांग्रेस के कमलनाथ ने इसे रद करने का फैसला सुना दिया. सुशील मोदी ने कहा कि माकपा ने समन्वय समिति की बैठक में अपना प्रतिनिधि नहीं भेजा. उसने एकतरफा निर्णय लिया कि पार्टी केरल में कांग्रेस से और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी से कोई समझौता नहीं करेगी. क्या यही विपक्षी एकता है?

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विपक्षी दलों का मुख्य मुकाबला भाजपा से, जबकि इन दोनों राज्यों में केजरीवाल की पार्टी ने 10-10 उम्मीदवार अकेले ही घोषित कर दिये.

नीतीश कुमार पत्रकारों के बहिष्कार से सहमत नहीं 

सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहाँ टीवी पत्रकारों के बहिष्कार के निर्णय से सहमत नहीं हैं और प्रेस की आजादी पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वहीं राज्य सरकार की आलोचना करने वाले अखबारों का विज्ञापन रोकने की शिकायतें मिलती हैं. यह कैसा दोहरापन है? उन्होंने कहा कि कुछ टीवी पत्रकारों के बहिष्कार का निर्णय समन्वय समिति की बैठक का था और उसमें जदयू के प्रतिनिधि उपस्थित थे. क्या जदयू ने अपनी असहमति दर्ज करायी थी?

...ये तो बस शुरुआत है!

सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार और कमलनाथ के बयान विपक्षी एकता की पोल खोल रहे हैं. यह तो शुरुआत है, आगे-आगे देखिये होता है क्या.