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मानव श्रृंखला की हैरान करने वाली तस्वीरें आईं सामने, 'No CAA, No NRC' के बैनर भी दिखे

मानव श्रृंखला कार्यक्रम के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्चा किया है, मगर इस दौरान बहुत ही हैरान कर देने वाली और अमानवीय तस्वीरें भी सामने आई हैं.

मानव श्रृंखला कार्यक्रम के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्चा किया है, मगर इस दौरान बहुत ही हैरान कर देने वाली और अमानवीय तस्वीरें भी सामने आई हैं.

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Dalchand Kumar
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मानव श्रृंखला की हैरान करने वाली तस्वीरें आईं सामने, 'No CAA, No NRC' के बैनर भी दिखे

मानव श्रृंखला की हैरान करने वाली तस्वीरें आईं सामने, आप भी सहम जाएंगे( Photo Credit : फाइल फोटो)

'जल-जीवन-हरियाली' अभियान के साथ नशा मुक्ति, बाल विवाह रोकथाम एवं दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान के तहत आज बिहार में दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बनाई गई. पूरे राज्य में बच्चे, बुजुर्ग से लेकर नेता, मंत्री और मुख्यमंत्री तक एक-दूसरे का हाथ थामे कतारबद्ध खड़े हुए. नीतीश कुमार की महत्वाकांशी योजना 'जल-जीवन-हरियाली' के समर्थन में बनी करीब 16 हजार किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला में चार करोड़ से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्चा किया है, मगर इस दौरान बहुत ही हैरान कर देने वाली और अमानवीय तस्वीरें भी सामने आई हैं. 

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मानव श्रृंखला के लिए कतारों में लगे बच्चों के पास तन पर कपड़ा नहीं और पैरों में चप्पल तक नहीं थी. कतारों में बच्चे सर्दी के मौसम में भी नंगे पैर और बिना गर्म कपड़ों के लगे थे. इसके अलावा विभिन्न जिलों के युवाओं ने बेरोजगारी, बढ़ते अपराध और महंगाई के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त किया. 

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कई जगह लोग CAA, NRC और NPR के खिलाफ मानव शृंखला बनाकर खड़े दिखाए दिए. दरभंगा में मानव श्रृंखला में लगे लोग सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन करते दिखे. गोपालगंज में भी मानव श्रृंखला में एक-दूसरे का हाथ थामे खड़े हुए. कई जगह मानव श्रृंखला में दम नहीं दिखा. जगह-जगह लोगों की कमी खली रही.

इस पर सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. राजद अपने ट्वीट में लिखा, ''तन पर कपड़ा नहीं, पैरों में चप्पल नहीं, हाथों में क़लम नहीं, पेट में रोटी नहीं, युवाओं को रोज़गार नहीं. लेकिन चेहरा चमकाने के लिए करोड़ों स्वाहा. मानवीय मूल्यों के ख़िलाफ़ है नैतिक कुमार की यह नौटंकी. कोई कुर्सी कुमार से सवाल करेगा तो विज्ञापन बंद.' विपक्षी दल ने आगे लिखा, 'भ्रष्टाचार से लटपट छल, छिजन और घड़याली यात्रा की करोड़ों रू वाली अमानवीय शृंखला के विरोधस्वरूप विभिन्न ज़िलों के युवाओं ने बेरोजगारी, बढ़ते अपराध, महंगाई तथा CAA/NRC/NPR जैसे ज्वलंत मुद्दों पर मानव शृंखला बनाकर नीतीश कुमार को करारा जवाब दिया. अब ये तस्वीरें भी रिकॉर्ड में रहेंगी.'

Source : News Nation Bureau

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